आर अश्विन सीरीज में सबसे ज्यादा 20 विकेट ले चुके हैं.
मोटेरा में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट का पहला दिन हमारे स्पिन गेंदबाजों के नाम रहा. उन्होंने इंग्लैंड के 10 में से 9 विकेट झटके. इंग्लिश टीम पहली पारी में सिर्फ 112 रन बना सकी.
- News18Hindi
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February 25, 2021, 8:18 AM IST
टेस्ट सीरीज में यह पहली बार नहीं है जब हमारे स्पिन गेंदबाजों के सामने इंग्लिश बल्लेबाज असहाय नजर आए हैं. पहले टेस्ट की पहली पारी को छोड़े दें तो इंग्लिश टीम के अंतिम 40 में से 34 विकेट हमारे स्पिन गेंदबाजों ने ही झटके हैं. तीसरे टेस्ट की पिच को पढ़ने भी इंग्लिश टीम पूरी तरह से नाकाम रही. मैच में टीम चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरी जबकि बतौर स्पिन गेंदबाज सिर्फ जैक लिच को उतारा. लिच पहले तीन में से दो विकेट भी ले चुके हैं. वहीं टीम इंडिया तीन स्पिन गेंदबाज अक्षर, अश्विन और वाशिंगटन सुंदर के साथ उतरी है. हालांकि पिंक बॉल के साथ तेज गेंदबाजों के रिकॉर्ड अच्छे रहे हैं, लेकिन भारतीय पिच के रिकॉर्ड को देखें तो यहां स्पिनर्स हमेशा हावी रहे हैं. ओपनर जैक क्रॉले को छोड़कर कोई इंग्लिश बल्लेबाज 20 रन का आंकड़ा नहीं छू सका. यानी इंग्लिश बल्लबाजों ने हमारे स्पिन गेंदबाजों के सामने घुटने टेक दिए.
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अंतिम 4 पारी से हर 15 रन पर एक विकेट गिर रहाइंग्लैंड ने चेन्नई की पहली पारी में 190.1 ओवर में 578 रन बनाए थे. यानी हर विकेट के लिए लगभग 58 रन बने. इस कारण टीम पहले टेस्ट जीतने में सफल रही. लेकिन अंतिम 4 पारियों को देखें तो टीम ने 209.2 ओवर में 588 रन बनाए और 40 विकेट खोए. यानी हर 15 रन पर एक विकेट गिर रहा है. यानी हर विकेट के रन बनाने में लगभग 75 फीसदी की कमी आई. इसका असर मैच के परिणाम पर भी दिख रहा है. टीम दूसरा टेस्ट 300 से अधिक रन से हारी और तीसरे टेस्ट में भी टीम नाजुक स्थिति में हैं. हालांकि इंग्लिश बल्लेबाज हमेशा से स्पिन गेंदबाजों के सामने अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके हैं.