कैट के भारत बंद काे मिला समर्थन: दिखी व्यापारिक एकजुटता, अधिकतर दुकानें रहीं बंद, 50 करोड़ का कारोबार रहा ठप

कैट के भारत बंद काे मिला समर्थन: दिखी व्यापारिक एकजुटता, अधिकतर दुकानें रहीं बंद, 50 करोड़ का कारोबार रहा ठप


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जबलपुरएक घंटा पहले

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कैट के समर्थन में व्यापारियों ने दुकानें रखी बंद।

  • GST नियमावली में परिवर्तन के विरोध में व्यापारियों ने रखा बंद
  • पेट्रोल पंप वालों ने काली पट्‌टी से किया विरोध, खुले रखे पंप

GST नियमावली में बदलाव सहित अन्य व्यवसायिक विसंगतियों को लेकर कॉन्फेडरेशन आफ इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के भारत बंद को आज व्यापक समर्थन मिला। सराफा, फुहारा, सदर, गोरखपुर, गढ़ा सहित अधिकतर बाजार बंद रहे। व्यापारी खुद इस बंद की अगुवाई कर रहे थे। सभी व्यापारी संगठन और चेम्बर ऑफ कामर्स के सदस्य लगातार बैठकें कर इस बंद को सफल बनाने में जुटे थे। कुछ स्थानों पर दुकानें आधी खुली और आधी बंद रही। शाम को जरूर बाजारों में कुछ रौनक दिखी।

जानकारी के अनुसार कैट ने इस भारत बंद में आवश्यक सेवाओं को मुक्त रखा था। पेट्रोल पंप खुले रहे, लेकिन वे काली पट्‌टी बांधकर सांकेतिक विरोध में शामिल रहे। दोनों चेम्बर सहित सभी संगठनों की ओर से बताया गया कि GST नियमावली में संशोधन व्यापारियाें के लिए मुश्किलें खड़ी करेंगी। GST नियम के उल्लंघन पर बैंक खाता और सम्पत्ति जब्त करना सही नहीं है। व्यापारी संगठनों के रवि गुप्ता, शंकर नाग्देव, प्रेम दुबे, हिमांशु खरे, राधेलाल अग्रवाल, अनुराग गढ़ावाल सहित अन्य ने बंद कराने में शामिल रहे।

शहर में व्यापारियों का बंद रहा सफल।

शहर में व्यापारियों का बंद रहा सफल।

फुहारा क्षेत्र में इस तरह बंद रही दुकानें।

फुहारा क्षेत्र में इस तरह बंद रही दुकानें।

पोर्टल नहीं खोला
व्यापारियों ने बंद को समर्थन देते हुए GST की नई नियमावली का विरोध जताया और GST का पोर्टल नहीं खोला। थोक और रिटेल बाजार पर बंद का ज्यादा असर रहा। एक अनुमान के मुताबिक बंद से लगभग 50 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ। व्यापारियों का आरोप था कि सरकार GST को सरल बनाने की बजाय और नियमों काे कड़े करने में जुटी है। चूक होना मानवीय स्वभाव है। पर GST भरने में छोटी सी त्रुटि व्यापारियों पर भारी पड़ेगी।

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