IND VS ENG: प्रज्ञान ओझा ने ब्रॉड का नाम लेकर अहमदाबाद पिच के आलोचकों को दिया जवाब (फोटो-प्रज्ञान ओझा और स्टुअर्ट ब्रॉड इंस्टाग्राम)
पूर्व भारतीय स्पिनर प्रज्ञान ओझा (Pragyan Ojha) ने पिंक बॉल टेस्ट की पिच पर सवाल उठाने वालों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब सीमिंग ट्रैक पर मैच दो से तीन दिन में खत्म हो जाता है. तो कोई कुछ नहीं बोलता है.
- News18Hindi
- Last Updated:
February 26, 2021, 4:54 PM IST
ओझा ने स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत में कहा कि जैसे ही पिच टर्न और बाउंस लेना शुरू कर देती है. लोग उसकी आलोचना करने लगते हैं. ऐसे लोगों के लिए उन्होंने कहा कि पहले आप स्टुअर्ट ब्रॉड के 8/15 के बॉलिंग फिगर के बारे में बात कीजिए. वो जिस तरह की विकेट पर गेंदबाजी कर रहे थे. वो किस तरह की थी? अगर कोई टेस्ट सीमिंग और हरी विकेट पर दो से तीन दिन में खत्म हो जाता है. तो बिल्कुल ठीक है. लेकिन जैसे ही गेंद टर्न और बाउंस लेने लगती है. तब लोग कहते हैं कि ये पांच दिन का विकेट नहीं था. दरअसल, ओझा इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के बीच 2015 में ट्रेंटब्रिज में हुए एशेज टेस्ट की बात कर रहे थे. इस टेस्ट में ब्रॉड ने 15 रन देकर 8 विकेट लिए थे. ये एक पारी में उनका सर्वश्रेष्ठ बॉलिंग फिगर था. तब ऑस्ट्रेलिया लंच से पहले ही 18.3 ओवर में 60 रन पर ऑलआउट हो गया था.
अश्विन-अक्षर ने मैच में सटीक लाइन लेंथ से गेंदबाजी की: ओझा
उन्होंने आगे कहा कि टेस्ट मैच की असल परिषाभा यही है कि हर तरह की सतह पर आपकी परीक्षा होगी. ये कहीं नहीं लिखा है कि आपकी परीक्षा सिर्फ सीमिंग विकेट पर होगी और उस पिच पर नहीं होगी जो स्पिनर्स के लिए मददगार हो. हमारे गेंदबाजों ने पिंक बॉल टेस्ट में शानदार गेंदबादी की. अगर आप अक्षर पटेल और अश्विन की गेंदों को देखेंगे तो दोनों ने स्टंप्स की लाइन पर ही गेंदबाजी कर रहे थे. हमारे गेंदबाजों ने लाइन और लेंथ पर फोकस किया. जब भी आप सीमिंग या ट्रनिंग ट्रैक पर खेलते हैं और आप गेंद को टर्न या उछाल लेते देखते हैं तो भटक जाते हैं. लेकिन हमारे गेंदबाजों ने ऐसा नहीं किया. इसी वजह से उन्होंने इंग्लैंड के कई बल्लेबाजों को एलबीडब्ल्यू आउट किया.बता दें कि पिंक बॉल टेस्ट की दोनों पारियों को मिलाकर भी इंग्लैंड की टीम 200 रन बना पाई. मेहमान टीम पहली पारी में 112 और दूसरी में 81 रन बना पाई. मैच में अश्विन और अक्षर कितने असरदार रहे इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि इन दोनों ने इंग्लैंड के 20 में से 18 विकेट लिए. अक्षर ने तो मैच में कुल 11 विकेट लिए. जो पिंक बॉल टेस्ट में किसी भी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. अश्विन और अक्षऱ के प्रदर्शन के दम पर ही भारत ने इंग्लैंड को दो दिन के भीतर ही हरा दिया और वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचने का रास्ता भी बंद कर दिया.