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- A Pregnant Woman Was Taken From Asha Worker Charak Hospital To Tejankar Hospital, A Notice Of Condolence Was Issued.
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उज्जैनएक घंटा पहले
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प्रतिकात्मक फोटो
- नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी
जिला अस्पताल प्रशासन की सुस्त जांच के बीच एक और गर्भवती महिला को चरक अस्पताल से प्राइवेट अस्पताल में ले जाने का मामला सामने आया है। इसमें सीएमएचओ की ओर से आशा कार्यकर्ता को शोकॉज नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
पूजा पति सोनू निवासी गांधीनगर नागझिरी को प्रसव के लिए आशा कार्यकर्ता सुदेवी पाल चरक अस्पताल लेकर पहुंची थी, जहां से कुछ देर बाद ही गर्भवती महिला को आशा कार्यकर्ता निजी अस्पताल तेजनकर में ले गई। चरक अस्पताल में प्रसूता को दी जाने वाली प्राथमिक उपचार की दवाइयों को भी आशा कार्यकर्ता अपने साथ तेजनकर अस्पताल ले गई।
मामले की सूचना सीएमएचओ डॉ. महावीर खंडेलवाल को मिली तो उन्होंने शहरी क्षेत्र की वार्ड 54 की आशा कार्यकर्ता सुदेवी पाल को शोकॉज नोटिस जारी कर दिया। इसमें लिखा है कि संज्ञान में आया है कि 24 फरवरी को आपके द्वारा शाम साढ़े सात बजे के करीब चरक अस्पताल में भर्ती एक गर्भवती महिला को ले जाकर तेजनकर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। आपके द्वारा जो यह कृत्य किया गया है वह घोर अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है।
उक्त प्रकरण में अपना स्पष्टीकरण सीएमएचओ कार्यालय में उपस्थित होकर प्रस्तुत करें। यदि आपका उत्तर संतोषजनक नहीं पाया जाता है तो आपके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई करते हुए आपको शहरी आशा कार्यकर्ता की सेवा से तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाएगा। जिला अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि आशा कार्यकर्ता के बारे में शिकायत मिली है कि उसने चरक अस्पताल से महिला को प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट करवाया है। इसके चलते उसे नोटिस जारी किया है।
…और इधर सीवरेज का पानी परिसर में फैला
कोरोना काल में चरक अस्पताल में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। यहां पर सीवरेज का पानी अस्पताल परिसर में फैल रहा है। लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी अस्पताल परिसर की सफाई ठीक से नहीं हो रही है। सीवरेज सिस्टम भी बिगड़ा हुआ है। नतीजतन हॉस्पिटल परिसर और बेसमेंट में पानी जमा हो रहा है। इससे संक्रमण हो सकता है। मच्छर भी पनप रहे हैं।
बड़ा सवाल : 427 गर्भवती महिलाएं कौन-से निजी अस्पताल भेजी गईं
कलेक्टर आशीष सिंह की पड़ताल में जनवरी माह में ही 429 गर्भवती महिलाएं चरक अस्पताल से यहां-वहां भेजी गईं। इनमें दो महिलाओं के बारे में तो स्पष्ट हो गया कि एक महिला गुरुनानक हॉस्पिटल तथा दूसरी महिला सहर्ष हॉस्पिटल भेजी गई थी, लेकिन शेष 427 महिलाओं को कौन से प्राइवेट अस्पतालों में भेजा गया, यह जांच का विषय है। शहर के ही अन्य प्राइवेट अस्पतालों के आईपीडी की जांच की जाए तो सच सामने आ जाएगा।