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क्रेफेल्ड, जर्मनी6 मिनट पहले
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अक्षदीप सिंह ने 42वें मिनट में गोल दागा। इस गोल के बदौलत टीम इंडिया ने जर्मनी पर 5-1 की बढ़त बनाई थी।
कोरोना के बीच भारतीय हॉकी टीम ने करीब एक साल बाद जीत के साथ वापसी की है। टीम ने जर्मनी को उसी के घर में 6-1 के बड़े अंतर से शिकस्त दी। टीम के लिए यंग प्लेयर विवेक सागर ने 27वें और 28वें मिनट में लगातार 2 गोल दागे।
टीम इंडिया के लिए नीलकांत शर्मा ने 13वें मिनट में पहला गोल दागा था। इसके बदौलत भारतीय टीम ने सिर्फ एक मिनट के लिए 1-0 की बढ़त बनाई। अगले ही मिनट में जर्मनी के कंस्टेंटिन स्टैब ने गोल दागकर स्कोर बराबर कर दिया।
इसके बाद विवेक के लगातार 2 गोल के बाद भारतीय टीम ने 3-1 की बढ़त बना ली। यहां से भारतीय टीम पर जर्मनी का कोई दाव सफल नहीं हुआ। इसके बाद ललित कुमार ने 41वें मिनट, अक्षदीप सिंह ने 42वें मिनट और हरमनप्रीत सिंह ने 47वें मिनट में गोल दागकर जीत पक्की कर दी।
भारतीय टीम ब्रिटेन में भी 2 मैच खेलेगी
वर्ल्ड नंबर-4 भारतीय टीम गोलकीपर पीआर श्रीजेश की कप्तानी में जर्मनी पहुंची है। यहां दोनों टीम के बीच 2 मैच की सीरीज होनी है। अगला मैच 2 मार्च को खेला जाएगा। जर्मनी के बाद भारतीय टीम ब्रिटेन भी जाएगी। वहां ब्रिटेन के खिलाफ 6 और 8 मार्च को 2 मैच खेलेगी। जुलाई में टोक्यो ओलिंपिक से पहले भारतीय टीम के लिए प्रैक्टिस के लिए यह बहुत बड़े मैच हैं।
भारत ने आखिरी बार पिछले साल जनवरी और फरवरी में आयोजित FIH हॉकी प्रो लीग में खेला था। इस टूर्नामेंट में टीम भुवनेश्वर में नीदरलैंड्स, बेल्जियम और ऑस्ट्रेलिया से भिड़ी थी।
टोक्यो ओलिंपिक की तैयारी में मिलेगी मदद
भारतीय कप्तान ने मैच से पहले कहा था कि इस दौरे से टीम को टोक्यो में इस साल के ओलंपिक खेलों की तैयारी में मदद मिलेगी। श्रीजेश ने कहा, ‘जर्मनी और ब्रिटेन के खिलाफ मैच हमारी तैयारियों के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को परखने का एक अवसर है। हम कोरोना के बावजूद अच्छी टीमों के खिलाफ खेल रहे हैं। यह हमारे लिए लकी साबित हो सकता है।’
बायो-बबल चुनौती नहीं, टीम को सख्त SoP मिला
श्रीजेश ने कहा था कि जर्मनी दौरा हमें पैरामीटर सेट करने में मदद करेगा। श्रीजेश ने बायो-बबल में खेलने की कथित चुनौतियों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा हमें बायो-बबले से कोई चुनौती नहीं है। हमें इसकी आदत है। हम अच्छी तरह समझते हैं कि महामारी अभी भी खत्म नहीं हुई है और हमें जिम्मेदार होने की जरूरत है। हमें इस दौरे के लिए बहुत सख्त SoP प्राप्त हुआ है। हम इसका पालन कर रहे हैं।