गोडसे भक्ति पर बवाल: कमलनाथ पर अंगुली उठाना पड़ सकता है भारी, पार्टी से बाहर हो सकते हैं कई नेता

गोडसे भक्ति पर बवाल: कमलनाथ पर अंगुली उठाना पड़ सकता है भारी, पार्टी से बाहर हो सकते हैं कई नेता


कमलनाथ का विरोध करने वाले कांग्रेसियों पर गाज गिर सकती है. (File)

कमलनाथ के फैसले पर कांग्रेस में अंतर्कलह हो गई है. बाबूलाल चौरसिया दूसरे नेताओं को पसंद नहीं आ रहे. लेकिन, पीसीसी दबाव में नहीं आएगी. पार्टी ने साफ कर दिया है कि खिलाफत करने वाले नेताओं पर एक्शन लिया जा सकता है.



  • Last Updated:
    February 28, 2021, 10:23 AM IST

भोपाल. हिंदू महासभा से जुड़े बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस में एंट्री को लेकर मचा कोहराम दिन-ब-दिन भले ही तेज हो रहा हो, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने साफ संकेत दिए हैं कि इस मामले में पार्टी विरोधियों के दबाव में नहीं आएगी. बाबूलाल चौरसिया की कांग्रेस सदस्यता बरकरार रहेगी. साथ ही कांग्रेस पार्टी ने यह भी साफ संकेत दे दिए हैं कि पार्टी के फैसलों की मुखालफत करने वालों के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई होगी.

दरअसल बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस की सदस्यता दिलाए जाने को लेकर कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल, अरुण यादव, सुभाष सोजतिया, मीनाक्षी नटराजन समेत कई नेताओं ने PCC के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस नेता मानक अग्रवाल ने एक बार फिर कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को साफ करना चाहिए कि उनकी विचारधारा गांधी की है या गोडसे की. मानक अग्रवाल ने कहा है कि बाबूलाल चौरसिया के साथ ही कमलनाथ को भी कांग्रेस पार्टी छोड़ देना चाहिए. गोडसे की विचारधारा का उनका विरोध जारी रहेगा.

अनुशासनहीन नेताओं पर गिर सकती है गाज
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर उठाए जा रहे सवालों को लेकर PCC भी सख्ती के मूड में नजर आने लगी है. कांग्रेस के मीडिया इंचार्ज केके मिश्रा ने कहा है कि पार्टी प्रेसिडेंट को लेकर यदि कोई सवाल खड़े करता है तो वह अनुशासनहीनता की श्रेणी में आएगा. ऐसे बयानों को PCC गंभीरता से लेगी. अनुशासनहीनता समिति इस मामले में कोई कार्रवाई कर सकती है.








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