कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने अपने ही आदमी को घेर लिया.
कांग्रेस के वरिष्ठ और विवादित नेता सज्जन सिंह वर्मा ने फिर कमेंट कर दिया है. उन्होंने गोडसे भक्त बाबूलाल चौरसिया का समर्थन किया है. अरुण यादव के बारे में उन्होंने कहा है कि वे पार्टी के छोटे कार्यकर्ता हैं.
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February 28, 2021, 2:23 PM IST
कांग्रेस के पूर्व मंत्री ने कहा- इस राष्ट्र में दो विचार धाराएं चलती हैं. एक गांधी की, एक गोडसे की. तो अब देश की जनता भी समझ जाएगी कि देश में गोडसे की विचार धारा नहीं चलेगी. वहीं, अरुण यादव के ट्वीट पर सज्जन सिंह वर्मा ने कहा- अरे ठीक है. ऐसे कई ट्वीट आते हैं दिनभर. बात ये है कि मैं तो गांधीजी के चरणों में प्रणाम करता हूं. उनके विचारों को आज गोडसे के लोग मानने लगे गए.अरुण यादव मामूली कार्यकर्ता हैं. ऐसे करोड़ों-करोड़ो कार्यकर्ता है कांग्रेस में. अब एक कि बात क्या करें
राजीव के हत्यारों को क्या सोनिया ने माफ नहीं किया- वर्मा
वर्मा ने कहा कि ये तो गर्व की बात है कि जिन लोगों ने महात्मा गांधी की छाती पर गोली मारी, वो गोडसे को मानने वाले लोग गांधीजी के चरणों में शरणम गच्छामि हो रहे हैं. क्या राजीव गांधी के हत्यारों को सोनिया गांधी ने माफ नहीं किया? तूने तेरा कर्म किया. हम अहिंसावादी तरीके से गांधी के सिद्धान्तों पर चलने वाले लोग हैं. आखिर हम ये चाहते थे कि गांधी का सिद्धांत देश का हर नागरिक ही नहीं विश्व का हर नागरिक माने, वो क्षण नजदीक है.चुनाव से डर रही है बीजेपी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि भाजपा की सरकार चुनाव से भाग रही है. चुनाव की तारीख घोषित नहीं कर रही है. क्योंकि वो जानती है कि डीजल, पेट्रोल, गैस के दाम इतने बढ़ गए हैं कि जनता उसको वोट ही नहीं करेगी. बीजेपी समझ रही है कि अगर अभी चुनाव करा लिए तो वो 16 की 16 नगर निगम हार जाएगी और कांग्रेस जीत जाएगी. वर्मा ने कहा कि इंदौर से संजय शुक्ला को इसलिए टिकट दिया, क्योंकि सर्वे उसकी जीत बता रहा है. लोग उनके सपोर्ट में हैं.
महंगाई की जनता पर जबरदस्त मार पड़ रही है- वर्मा
गौरतलब है कि सज्जन सिंह वर्मा देवास में कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे. बढ़ती महंगाई के विरोध में उन्होंने कांग्रेस कार्यकताओं के साथ चामुंडा काम्प्लेक्स से कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया. कलेक्टर कार्यालय में पहुंचकर उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बढ़ते पेट्रोल, डीजल, घरेलू गैस को महंगाई की मार बताया. इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंपा.