शुभमन गिल ने छह टेस्ट खेले हैं और एक भी शतक नहीं लगा सके हैं.
भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट 4 मार्च से मोटेरा स्टेडियम में होना है. यह ओपनर बल्लेबाज शुभमन गिल के लिए अंतिम मौका है. वे घर में हुई तीन टेस्ट की अंतिम छह पारियों में सिर्फ एक अर्धशतक लगा सके हैं.
हालांकि गिल ने घरेलू सीरीज में अच्छी शुरुआत की. चेन्नई में हुए पहले टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 29 रन बनाए. दूसरी पारी में 50 रन की पारी खेली. कप्तान विराट कोहली ने भी उनकी इस पारी की प्रशंसा की थी. टीम यह मैच हार गई थी. इसके बाद शुभमन अगली चार पारियों में कुछ नहीं कर सके. चेन्नई में हुए दूसरे टेस्ट में वे 0 और 14 रन ही बना सके. मोटेरा में हुए तीसरे टेस्ट में गिल एक बार फिर फ्लॉप रहे थे. पहली पारी में आर्चर की शॉर्ट बॉल पर वे आउट हुए. दूसरी पारी में वे 15 रन बनाकर नाबाद रहे. वे चार पारियों में तेज गेंदबाज के खिलाफ आउट हुए. इसके पहले ऑस्ट्रेलिया में खेले तीन टेस्ट की छह पारियों में गिल ने अच्छा प्रदर्शन किया था. इस दौरान उन्होंने 45, 35, 50, 31, 7 और 91 रन बनाए. यानी उन्होंने हर मैच में अच्छी शुरुआत की. दो अर्धशतक लगाए और तीन पारी में 30 रन से अधिक की पारी खेली. टेस्ट करिअर की बात की जाए तो गिल ने 6 टेस्ट में 38 की औसत से 378 रन बनाए हैं. इसमें तीन अर्धशतक शामिल है.
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मयंक चार टेस्ट से अर्धशतक नहीं लगा सके, लेकिन घर में औसत 100 कामयंक को ऑस्ट्रेलिया में पहले दो टेस्ट में ओपनिंग का मौका मिला. लेकिन वे फेल रहे थे. चार पारियों में 17, 9, 0, 5 रन ही बना सके. खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण ऑस्ट्रेलिया दौरे के अंतिम टेस्ट में भी मयंक उतरे. लेकिन उन्हें 5वें नंबर पर मौका मिला. उन्होंने इस टेस्ट में 38 और 9 रन की ही पारी खेल सके. टेस्ट की अंतिम 8 पारी में वे एक भी अर्धशतक नहीं लगा सके और 38 रन की पारी सबसे बड़ी पारी रही. हालांकि मयंक का घर में प्रदर्शन अच्छा रहा है. उन्होंने 5 टेस्ट की 6 पारियों में लगभग 100 की औसत से 597 रन बनाए हैं. इसमें 3 शतक भी हैं.