हरलीन ने एक वनडे और 6 टी20 के मुकाबले खेले हैं.
22 साल की हरलीन देओल को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज के लिए भारतीय महिला टीम में जगह मिली है. सीरीज 7 मार्च से शुरू हो रही है. भारतीय टीम एक साल बाद इंटरनेशनल मैच खेलेगी.
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March 2, 2021, 9:50 PM IST
हरलीन की मां चरणजीत कौर ने बताया, ‘मोहाली में हम रहते हैं. पिता एक सफल विजनेसमैन हैं और मैं खुद पंजाब अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी में अधीक्षक के पद पर तैनात हूं. बड़े भाई मनजोत सिंह डॉक्टर हैं. ऐसे में हरलीन को किसी तरह की दिक्कत नहीं थी और सिविल सर्विसस की तैयार कर सकती थी. लेकिन उसने खेल को चुना. 3 साल की उम्र से हरलीन ने खेलना शुरू किया.’
उन्होंने बताया कि 2005 में स्कूल के अंडर-19 टूर्नामेंट में हरलीन ने 5 विकेट लिए. वह लॉन्ग जंप, हाई जंप, डिस्कस थ्रो और दौड़ में भी शामिल होती थी. उसे बेस्ट खिलाड़ी का पुरस्कार मिला. हरलीन देर शाम तक खेलती रहती थी. इस कारण पिता भी उसे टोक भी देते थे कि खेलों में कुछ भी नहीं रखा है. उसे पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए. इसके बाद भी उसने खेल नहीं छोड़ा. चरणजीत बताती हैं, ‘जब हरलीन लड़कों के साथ खेलती थी तो आस-पास के लोग ताने मारा करते थे. लोग उसे खेल में भेजने के पक्ष में नहीं थे. लेकिन वही लोग आज उन्हें बधाई देते हैं. उसकी जिंदगी में टर्निंग प्वाइंट साल 2010 में आया. 12 साल की उम्र में इंटर स्टेट टूर्नामेंट में पंजाब की ओर से खेलते हुए चोटिल होने के बाद भी उसने टीम को जीत दिलाई. इसके बाद लोगों ने उसे क्रिकेट अकादमी में भेजने का सुझाव दिया. इसके बाद हरलीन हिमाचल के धर्मशाला आ गई। यहां उसने धर्मशाला स्थित क्रिकेट अकादमी में ट्रेनिंग शुरू की. ’
हरलीन ने हिमाचल के लिए स्टेट और नेशनल लेवल पर 85 मेडल जीते. वे अंडर-19 और अंडर-23 हिमाचल की महिला क्रिकेट टीम की कप्तान रहीं. उन्होंने 12वीं क्लास में 80 फीसदी अंक हासिल किए. साल 2019 को हरलीन को इंडिया-ए टीम के लिए चुन लिया गया. उन्होंने पहली वनडे भी इसी साल खेला. हरलीन के करिअर की बात की जाए तो उन्होंने एक वनडे और 6 टी20 मुकाबले खेले हैं. दाएं हाथ की मध्यक्रम की बल्लेबाज और ऑफ स्पिनर हरलीन से इस बार सभी को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है.