शोएब अख्तर ने भी भारत-इंग्लैंड के बीच हुए तीसरे टेस्ट की पिच की आलोचना की है.(Shoaib Akhtar/Instagram)
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) भी अब पिच विवाद में कूद पड़े. उन्होंने अपने यू-ट्यूब चैनल पर शेयर किए वीडियो में भारत-इंग्लैंड के बीच हुए पिंक बॉल (Pink Ball Test) मैच की पिच को टेस्ट के लायक नहीं बताया है.
अख्तर ने वीडियो में कहा कि मुझे लगता है कि टीम इंडिया बहुत मजबूत है. ऐसे में टेस्ट के लिए अच्छी पिच तैयार करनी थी. मुझे लगता है कि टेस्ट के लिए बेहतर पिच पर भी भारत इंग्लैंड को हरा देता. उन्हें न तो डरने की जरूरत है और न ही डे-नाइट टेस्ट मैच जैसी विकेट बनाने की जरूरत है. उन्होंने टीम इंडिया को लेकर सवाल पूछा कि क्या एडिलेड और मेलबर्न में टीम इंडिया के लिए मददगार पिच बनाई गई थी? भारत वहां कैसे सीरीज जीता? भारत को इस बात की ओर जरूर ध्यान देना चाहिए था.
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मोटेरा की पिच टेस्ट के लिए ठीक नहीं थी: शोएब अख्तर उन्होंने आगे कहा कि क्या टेस्ट मैच इस तरह की विकेट पर खेला जाना चाहिए, नहीं बिल्कुल नहीं। एक ऐसी पिच जहां पर बिना कारण के गेंद इतना ज्यादा टर्न ले रही थी और मैच सिर्फ दो दिन में ही खत्म हो गया. ये टेस्ट क्रिकेट की सेहत और इसकी लोकप्रियता के लिए अच्छा नहीं है.
‘भारत को स्पिनर्स की मददगार पिच बनाने की जरूरत नहीं थी’
शोएब यहीं नहीं रूके उन्होंने घरेलू कंडीशंस का फायदा उठाने के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि मैं होम एडवांटेज की बात को समझता हूं, लेकिन इस तरह का फायदा लेना, मुझे लगता है कि ये कुछ ज्यादा था. इस मैच में अगर भारत 400 रन बनाता और इंग्लैंड 200 रन पर ऑल आउट हो जाता तो कहा जा सकता था कि, मेहमान टीम ने खराब खेला, लेकिन यहां तो टीम इंडिया भी 145 रन पर ऑल आउट हो गई थी. उन्होंने कहा कि, अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में हरा सकती है तो फिर उन्हें स्पिनर्स की मददगार पिच बनाने की कोई जरूरत नहीं थी.
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डे-नाइट टेस्ट में अकेले 28 विकेट स्पिनर्स ने लिए
बता दें कि अहमदाबाद में हुआ तीसरा टेस्ट दो दिन में ही खत्म हो गया था. मैच में गिरे 30 विकेट में से अकेले 28 स्पिनर्स ने लिए थे. रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल के खाते में कुल 18 विकेट आए. इन दोनों की सधी हुई गेंदबाजी की वजह से इंग्लैंड दोनों पारियों में 112 और 81 रन ही बना पाया. उधर, भारतीय टीम भी पहली पारी में सिर्फ 145 रन बना सकी. पिच से स्पिनर्स को किस कदर मदद मिली, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि इंग्लैंड के कप्तान और पार्ट टाइम स्पिनर जो रूट पहली पारी में भारत के पांच बल्लेबाजों को आउट करने में कामयाब रहे. उन्होंने करियर में पहली पार पांच विकेट हासिल किए.