मामला कांग्रेस विधायक को प्रश्नकाल में सवाल न पूछने देने का है.
Bhopal : BJP विधायकों ने कुणाल चौधरी पर आसंदी को गलत जानकारी देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा वह वॉकआउट की वजह से सदन से बाहर गए थे. प्रश्न के समय वह मौजूद नहीं थे.
बीजेपी ने कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी पर सदन को गुमराह करने और झूठ बोलने के आरोप लगाते हुए विशेषाधिकार हनन का नोटिस देने की बात कही है.हुआ यह कि विधान सभा में प्रश्नकाल के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक हो गई.विपक्ष ने अवैध उत्खनन के मुद्दे पर सदन से वॉकआउट कर दिया.जिस वक्त विपक्ष ने सदन से वाकआउट किया प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी के प्रश्न की बारी थी.लेकिन वो वॉक आउट की वजह से अपना प्रश्न नहीं पूछ पाए.दोबारा जब सदन में वापस आए तब तक उनके प्रश्न का समय निकल चुका था.इस पर कुणाल चौधरी ने आपत्ति उठाई और कहा कि वह सदन में मौजूद थे.उन्हें उनका सवाल पूछने का मौका मिलना चाहिए. इस पर सत्तापक्ष ने आपत्ति उठाई और सदन में हंगामा शुरू हो गया.बीजेपी ने आरोप लगाया कि कुणाल चौधरी सदन के नियम कायदों से खुद को ऊपर मान रहे हैं.वॉकआउट की वजह से उनका समय खत्म हुआ है लिहाजा उन्हें अब दोबारा मौका नहीं दिया जाना चाहिए.इतना ही नहीं सत्ता पक्ष ने कुणाल चौधरी पर यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने आसंदी को गुमराह किया है और गलत जानकारी दी है लिहाजा उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन लाया लाया जाएगा.
कुणाल की सफाई
उधर इस पूरे मुद्दे पर कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने सफाई दी.उन्होंने कहा प्रश्नकाल में उनका प्रश्न जिस नंबर पर था उस वक्त वह सदन में मौजूद थे.लेकिन क्योंकि उनका प्रश्न किसानों की समस्या से जुड़ा हुआ था और आसंदी ने उन्हें प्रश्न करने की अनुमति दी थी लिहाजा वह सवाल पूछ सकते थे.लेकिन किसानों की वजह से बीजेपी के लोगों ने जानबूझ कर हंगामा किया और उन्हें अपना सवाल नहीं पूछने दिया.कुणाल चौधरी ने कहा उन्होंने सदन को किसी तरह की कोई गलत जानकारी नहीं दी.बीजेपी किसानों के नाम पर छल कर रही है और विपक्ष के विधायकों की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है.
हमलावर सत्तापक्ष
उधर बीजेपी ने इस पूरे मुद्दे को हवा दे दी है जैसे ही सदन में पूरा मामला उठा, सत्ता पक्ष की ओर से मंत्री अरविंद भदौरिया और मंत्री विश्वास सारंग ने कुणाल चौधरी पर हमला बोला दिया. दोनों ने कुणाल चौधरी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह वॉकआउट की वजह से सदन से बाहर गए थे और उनके प्रश्न के समय वह मौजूद नहीं थे.जब वह वापस आए तब तक समय निकल चुका था. अरविंद भदौरिया और विश्वास सारंग ने कुणाल चौधरी पर आसंदी को गलत जानकारी देने का आरोप लगाया.