मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग ने आज फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी.
राज्य निर्वाचन आयोग पंचायत चुनाव को तीन चरणों में और नगरीय निकाय चुनाव को दो चरणों में करवाने की तैयारी कर रहा है. वोटिंग का समय 1 घंटा बढ़ाया जाएगा. 6 मार्च को निर्वाचन आयुक्त लेंगे कलेक्टरों की बैठक.
- Last Updated:
March 5, 2021, 3:43 PM IST
लगातार टलते आ रहे थे चुनाव
दरअसल, मध्य प्रदेश में नगर परिषद और नगर निगम के चुनाव पिछले एक साल से भी अधिक समय से टलते आ रहे हैं. सबसे पहले कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने इन चुनावों को टाला और फिर शिवराज सरकार भी लगातर इसकी तारीखें बढ़ती रही. इतने दिनों से प्रशासकीय कार्यकाल चल रहा है. नगरीय निकाय चुनाव पिछले साल दिसंबर में होना तय हुए थे, लेकिन मतदाता सूची के नए प्रकाशन तक इन्हें टाल दिया गया था. अब नई मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन हो गया है. जिसके बाद माना जा रहा है कि सरकार अब और चुनाव टालने के मूड में नहीं है और अप्रैल माह के पहले हफ्ते में चुनाव सम्पन्न करवा सकती है.
6 मार्च को निर्वाचन आयुक्त लेंगे बैठकनिर्वाचन आयुक्त 6 मार्च को प्रदेश के सभी कलेक्टरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा करेंगे। जिसके बाद आदर्श आचार सहिंता की घोषणा कर दी जाएगी. जानकारी के मुताबिक, 8 मार्च से आचार संहिता लागू होने की घोषणा हो सकती है. अप्रैल माह के पहले हफ्ते में चुनाव करवाए जा सकते है. दरअसल, 30 अप्रैल से प्रदेश में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं होनी है. ऐसे में सरकार इससे पहले चुनाव करवाने को लेकर गंभीरता से विचार कर रही है.
बता दें कि प्रदेश में 16 नगर निगम, 99 नगर पालिका और करीब 325 नगर परिषदों में पार्षद और अध्यक्ष के लिए चुनाव होने हैं. नगरीय निकाय चुनाव में नगर निगम महापौर, नगर पालिका व नगर परिषद अध्यक्ष एवं पार्षद तथा पंचायत निर्वाचन में जिला पंचायत सदस्य और जनपद पंचायत सदस्य के लिए मतदान ईवीएम से होगा. सरपंच और पंच के लिए मतदान मतपत्र के माध्यम से होगा.