वॉशिंगटन सुंदर ने अहमदाबाद टेस्ट में पहले ऋषभ पंत और फिर अक्षर पटेल के साथ अहम पार्टनरशिप की. यही टीम की जीत की वजह बनी. (PIC:AP)
इंग्लैंड के खिलाफ अहमदबाद टेस्ट में मिली जीत में वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) का भी अहम रोल रहा. वो पहली पारी में शतक भले ही शतक पूरा न कर पाएं हो लेकिन उन्होंने ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और अक्षर पटेल (Axar Patel) के साथ अहम साझेदारी कर जीत की नींव रखी.
ये कोई पहला मौका नहीं है, जब वॉशिंगटन ने टीम इंडिया की ‘सुंदर’ जीत में अहम भूमिका निभाई हो. इसी साल जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में अपना टेस्ट डेब्यू किया था तो वहां भी इस खिलाड़ी ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन के दम पर टीम को जीत दिलाई. उस टेस्ट की पहली पारी में सुंदर ने सातवें नंबर पर खेलते हुए अर्धशतक लगाया था. इस दौरान उन्होंने तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर के साथ 123 रन की साझेदारी की थी. इस मैच की पहली पारी में सुंदर ने तीन और दूसरी में एक विकेट लिया था. उन्होंने स्टीव स्मिथ को आउट कर अपना पहला टेस्ट विकेट लिया था. उनके ऑलराउंड प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया ने न सिर्फ ब्रिसबेन टेस्ट जीता, बल्कि ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो सीरीज जीतने वाली पहली एशियाई टीम भी बनी. इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज के पहले टेस्ट में भी सुंदर ने अपनी बल्लेबाजी का हुनर दिखाया था. चेन्नई में हुए मुकाबले में उन्होंने रविचंद्नन अश्विन के साथ 80 रन की पार्टनरशिप की थी. ये उनका घर में पहला टेस्ट था. इसमें भी सुंदर ने 85 रन की पारी खेली. भारत मैच तो हार गया. लेकिन टर्निंग ट्रैक और मुश्किल हालात में खेली उनकी इस पारी ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा.
बॉलिंग ऑलराउंडर से बल्लेबाज बनने की कहानी
सुंदर को बतौर गेंदबाजी ऑलराउंडर टीम में जगह दी गई थी. लेकिन अब वो एक बल्लेबाज के तौर पर उभर रहे हैं. इसके पीछे की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है. वो अपने शुरुआती दिनों में रविचंद्नन अश्विन की तरह ही एक बल्लेबाज के तौर पर ज्यादा पहचाने जाते थे. अश्विन और सुंदर घरेलू क्रिकेट में तमिलनाडु की ओर से खेलते हैं. अपने शुरुआती दिनों में अश्विन भी बल्लेबाजी ही करते थे. लेकिन धीरे-धीरे एक ऑफ स्पिनर के तौर पर उन्होंने पहचान बनाई. ठीक उसी तरह सुंदर भी बल्लेबाज से गेंदबाजी ऑलराउंडर बने हैं. उन्होंने भारत के पूर्व ऑफ स्पिनर एम वेंकटरमन्ना से गेंदबाजी के गुर सीखे हैं. सुंदर ने एज ग्रुप क्रिकेट से लेकर तमिलनाडु के लिए भी ओपनिंग की है. वो नई गेंद से खेलना जानते हैं. शायद यही वजह है कि टेस्ट क्रिकेट में उन्हें बल्लेबाजी में ज्यादा दिक्कत नहीं हो रही. खासतौर पर जब गेंद नई होती है. वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस साल ब्रिसबेन और इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट में इसे दिखा चुके हैं. ब्रिसबेन टेस्ट की दोनों पारियों में उन्होंने पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और मिचेल स्टार्क जैसे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का नई गेंद से बखूबी सामना किया था. पहली पारी में उन्होंने शार्दुल ठाकुर के साथ बड़ी पार्टनरशिप की तो दूसरी में पंत के साथ जीत का रास्ता तय किया.बल्ले से इस वजह से हिट हो रहे सुंदर
इस सीरीज के बाद जब वो भारत लौटे थे तो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अपनी सफलता का खुलासा किया था. उन्होंने बताया था कि मैं घरेलू क्रिकेट में ओपनिंग करते हुए नई गेंद का सामना कर चुका हूं. इसलिए मुझे नई गेंद खेलने में ज्यादा आसानी होती है. उन्हें अपनी बल्लेबाजी पर इतना यकीन है कि वो भारत के लिए भी टेस्ट क्रिकेट में ये जिम्मेदारी निभाने की इच्छा जता चुके हैं.
सुंदर आईपीएल में विराट की आरसीबी से खेलेंगे
सुंदर ने 4 टेस्ट के अलावा 26 टी20 और एक वनडे खेला है. 26 टी20 में उन्होंने 21 विकेट और 40 रन बनाए हैं. वो आईपीएल में भी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से इस सीजन में खेलेंगे. हालांकि, उन्होंने लीग की शुरुआत 2017 में 17 साल की उम्र में राइजिंग पुणे सुपरजाएंट की ओर से की थी. तब उन्हें टीम ने अश्विन के चोटिल होने पर रिप्लेसमेंट के तौर पर लिया था. उस साल उन्होंने सधी हुई गेंदबाजी करते हुए अपनी टीम को लीग के फाइनल में पहुंचाया था. तब उन्होंने 11 मैच में 8 विकेट लिए थे. पिछले सीजन की तरह इस साल भी वो विराट कोहली की अगुवाई वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की तरफ से आईपीएल खेलेंगे.