नई दिल्ली. बाइक की आवाज और तेज रफ्तार का खयाल आते ही दिमाग में लड़काे का विचार आने लगता है, लेकिन लाेग तब हैरान हाे जाते है जब उन्हें पता चलता है कि हवा की रफ्तार से गुजरने वाला शख्स काेई पुरूष नहीं बल्कि महिला थी. जी हा किसी भी चीज में पुरूषाें का बराबरी करने वाली महिलाएं राइडिंग में भी उन्हें बराबरी से टक्कर दे रही है. और ऐसा भी नहीं है कि वे अपने हिसाब से छाेटी या हल्की बाइक चला रही है बल्कि हार्ले डेविडसन और बुलेट जैसी दमदार और भारी बाइक्स भी इनकी पंसद है.कल इंटरनेशनल वीमन्स डे है इस माैके पर न्यूज 18 आपकाे भारत की उन स्टाइलिश WOMAN RIDERS के बारे में बताने जा रहा है जिनके कही से भी गुजर जाने से देखने वालाें का तांता लग जाता है. यही नहीं कई शहराें में लड़कियाें के बाइकिंग गैंग्स भी है जिनके अलग-अलग नाम है और यहां तक की एक बाइकरनी एसाेसिएशन ऑफ वीमन माेटरसाइकिलिस्ट भी बनाया हुआ है.
Aishwarya Pissay
ऐश्वर्या काे भारत में ऑफ राेड रेसर के ताैर पर भी जाना जाता है. महज 21 साल की उम्र में ऐश्वर्या ने TVS One-Make Race championship for women में हिस्सा लिया.इसके तीन साल बाद ही स्पेन में आयाेजित इंटरनेशनल माेटरसाइकिल इवेंट Baja Aragon FIM series में पहली भारतीय महिला बनी जिन्हाेंने यह रेस जीती. ऐश्वर्या ने अपनी बाइकिंग एमटीवी के एक शाे से शुरूआत की थी जब वे सिर्फ 18 साल की थी. जिसमें उन्हाेंने गुजरात से मेघालय तक 24 दिन बाइक चलाई थी. वे अब तक करीब छह चैम्पियनशिप ऑन और ऑफ राेड की जीत चुकी है.
Roshini Misbah
राैशनी मिस्बाह काे हिजाबी बाइकर के नाम से जाना जाता है क्याेंकि यह हिजाब पहनकर बाइकिंग करती है. बाइकिंग का शाैक उन्हें बचपन से था खासताैर पर जब वे अपनी पहली बाइक Bajaj Avenger Cruiser 220 काे लेकर कॉलेज जाती थी तब से दिलचस्पी और ज्यादा बढ़ गई. इसके बाद उन्हाेंने अपने लिए Royal Enfield 500 खरीदी. बाइक के प्रति उनका प्यार बढ़ता गया और उन्हाेंने कुछ समय बाद Honda CBR भी खरीद ली. राैशनी काे बाइकर बनने में काफी मुश्किलें हुई खासताैर से परिवार वालाें काे यह मंजूर नहीं था लेकिन उनके पिता ने उनका पूरा साथ दिया कि वे अपना शाैक जारी रखे.
Maral Yazarloo
एक नामी कंपनी में स्केचिंग मार्केटिंग स्ट्रेटजिस्ट से बाइकिंग में भी शाैक रखने वाली मारल याजर्लाें हार्ले डेविडसन चलाने का शाैक रखती है . उन्हें भारत की Best Female Superbiker का खिताब भी मिल चुका है. उनके कलेक्शन में उन्हाेंने Harley Davidson के अलावा Ducati Diave और BMW GS भी रखी है. वे बाइकिंग के दाैरान सुरक्षा के सभी मानकाे का इस्तेमाल करती है और लाेगाें काे भी सलाह देती है कि हमेशा हेलमेट व अन्य सुरक्षा की चीजाें काे अपनाए. वे दुनिया के 67 देशाें में घूम चुकी है और Italy to the Alps के बाइकिंग ट्रिप उन्हें हमेशा याद आती है.
Dr. Neharika Yadav
पेशे से डेंटिस्ट डॉ.निहारिका का पैशन भी बाइक ही है. उनके नाम ‘India’s Fastest Lady Super Biker’ का खिताब भी है. 2015 में KTM open track में उन्हाेंने 97 पुरूष बाइकर्स के साथ हिस्सा लिया था. वे आमताैर से Ducati Panigale 899 चलाती है और लगभग सभी रेस में हिस्सा भी लेती है. सबसे अच्छी बात यह है कि वे अपनी पेशे यानि डॉक्टरी काे भी पूरा समय देती है और अपने बाइक चलाने के शाैक काे भी. वे कहती है कि दाेनाें के बीच सामान्यजस बिठाना उन्हें अच्छा लगता है. और किसी एक की वजह से किसी दूसरे पर इसका असर नहीं आने देती है वाे.
Esha Gupta
एमएनसी में काम करने वाली ईशा काे बाइकिंग काे लेकर लगाव था कि उन्हाेंने अपनी जॉब तक छाेड़ दी. उन्हाेंने वर्ष 2014 में अपनी Bajaj Avenger motorcycle से 75000 किलाेमीटर का सफर तय किया. उन्हाेंने मुंबई-दिल्ली, काेलकाता, चैन्नई के सात हजार किलाेमीटर की यात्रा भी 40 दिन में पूरी की. यहां तक की वर्ष 2016 में अकेले ही भारत के 16 राज्याें में गई. उन्हाेंने कहा महिलाएं भारत में सुरक्षित तरीके से वाहन चलाती है साथ उनका मानना है कि महिलाएं भारत में बिना डरे राइड कर सकती है.
Roshni Sharma
कन्याकुमारी से कश्मीर का नाम आपने कई बार सुना हाेगा लेकिन राैशनी ने यहां तक का सफर बाइक से अकेले ही पूरा किया है जिसके बाद भारत में इन्हें first woman biker in India to ride solo from Kanyakumari to Kashmir के नाम से भी जानते है. यह पूरा रास्ता 5453 किलाेमीटर का है जिसमें पहाड़ ,नदिया, बीहड़, जंगल सब आते है. उन्हाेंने अपनी इस जर्नी से यह संदेश किया कि जब महिला कुछ कर गुजरने की ठान लेती है ताे काेई भी उसे राेक नही सकता.
Dr. Sarika Mehta
एक तरफ जहां समाज महिलाओं काे यह सीख देता है कि बाइक उन्हें नहीं चलाना चाहिए ऐसे में डॉ. सारिका उन्हें यह बताती है कि बाइक कैसे चलाना चाहिए. सारिका ने भी बाइक चलाना अपने पति से सीखी थी. वे खुद मानती है कि बाइक सीखना उतना आसान भी नहीं है.लेकिन चाहत हाे ताे कुछ भी किया जा सकता है. वे भारत की वाे पहली महिला बाइकर है उन्हाेंने दस देशाें में बाइकिंग की इसमें भारत, म्यामार, नेपाल, भूटान, वियतनाम, कम्बाेडिया, थाइलेंड, मलेशिया, सिंगापुर और लाओस शामिल है. इन्हाेंने महिलाओं का बाइकिंग ग्रुप बाइकिंग क्वीन बनाया जहां वे लड़कियाें काे बाइक चलाने के लिए प्रेरित करती है जिन्हें बाइक चलाना पंसद है. वे भारत सरकार के बेटी बचाओं बेटी बढ़ाओं की प्रमाेटर भी है बाइक राइडिंग के दाैरान व हर राज्य में लड़कियाें के एजुकेशन का महत्व लाेगाें काे बताती है.
Anam Hashim
भारत में जहां महिलाओं का बाइक के बीच काेई तालमेल नहीं हाेने के ताैर पर देखा जाता है वहीं अनम ने इस साेच के बीच अपनी और वूमन बाइकिंग की पहचान काे अलग ही स्तर पर ले जाते हुए बाइक स्टंट एथलिट के ताैर पर पहचान बनाई. अनम भारत की इकलाैती ऐसी महिला है जिन्हाेंने वर्ष 2017 में इंटरनेशनल स्टंट कॉम्पिटिशन काे जीता था. इसके साथ एक और खिताब उनके नाम है जिसमें उन्हाेंने 2150 किलाेमीटर की Khardung La का सफर स्कूटी से पूरा किया.सिर्फ स्टंट ही नहीं उन्हाेंने एक अन्य व बेहद मुश्किल कॉम्पिटिशन में से एक Desert Storm काे भी जीता है. उनका कहना है कि बाइक काे आपका जेंडर पता नहीं हाेता है, इसी बात काे लेकर वह अन्य महिलाओं काे भी माेटरसाइकिलिंग में करियर बनाने के लिए प्राेत्साहित करती है.
Urvashi Patole
भारत में महिलाओं के बाइकिंग ग्रुप बाइकरनी की स्थापना का श्रेय उर्वशी काे ही जाता है. उन्हें बचपन से ही बाइकिंग का शाैक था. एक बार स्टंट के दाैरान उनका एक्सीडेंट भी हाे गया था. लेकिन वाे रूकी नहीं. उन्हाेंने अपने लिए कॉलेज आने जाने के लिए 125cc Bajaj XCD खरीदी. उन्हाेंने अन्य महिलाओं काे भी एक ऐसा प्लेटफॉर्म दिया जहां वह बाइकिंग के अपने पैशन काे पूरा कर सकती है. आप इन्हें बुलेट चलाते हुए देख सकते है.
Shirin Shaikh
सामाजिक रूढ़ियाें पर ध्यान न देकर शिरीन ने अपनी एक नई कहानी लिखी. सिंगल मदर हाेने के साथ उन्हाेंने अपना बाइकिंग की चाहत और पैशन काे बरकरार रखा. शिरीन ने Royal Enfield Thunderbird 350CC पर सवार हाेकर समाज की रूढ़ियाें काे भी कुचल दिया. जब वे 14 साल की थी तब अपने अंकल की मदद से Yamaha Rx 100 चलाती थी. वे अपने परिवार काे उनके बाइकिंग के शाैक काे पूरा करने का क्रेडिट देती है. वे कहती है कि हमेशा से उनके माता पिता ने उन्हें सीखाया कि अपना करियर, पैशन और जिंदगी तीनाें काे मैनेज करे. और किसी भी महिला काे किसी भी स्थिति में अपने सपने काे नहीं छाेड़ना चाहिए.
नाेट- महिला राइडर के फाेटाे साेशल मीडिया के जरिए लिए गए है.