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भोपालएक घंटा पहलेलेखक: अनूप दुबे
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- महिलाओं के खिलाफ रोजाना 149 अपराध दर्ज किए जा रहे
- मदद के लिए अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स किए गए तैयार
महिला सेफ्टी को लेकर सोशल पुलिसिंग के साथ सरकार भी आगे आई है। मदद के लिए महिलाएं ऑनलाइन ही संपर्क कर सकती हैं। कई एप्लीकेशन भी आ गए हैं, जिन्हें सावधानी के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है। आंकड़े बताते हैं कि मध्यप्रदेश में महिलाओं के साथ पिछले साल 54 हजार अपराध दर्ज किए गए। औसतन देखा जाए, तो प्रदेश में महिलाओं के साथ रोजाना 149 अपराध हो रहे हैं। ऐसे में विमेंस सेफ्टी को लेकर हर तरफ से आवाज उठती रही है। पढ़िए, महिला सुरक्षा पर खास रिपोर्ट-
प्रदेश सरकार ने पुलिस के माध्यम से महिलाओं की मदद के लिए अलग-अलग प्लेटफॉर्म तैयार किए हैं। इनमें कुल 9 तरह के प्लेटफॉर्म शामिल हैं, जिन पर महिलाएं कभी भी और कहीं से भी शिकायत कर सकती हैं।
महिला हेल्प लाइन
मध्यप्रदेश के किसी भी गांव-कस्बे की महिला टोल फ्री नंबर 1090 पर कॉल करके राज्य महिला हेल्प लाइन पर मदद ले सकती हैं। इसके अतिरिक्त लोकल पुलिस द्वारा 1091 नंबर भी जारी किया है। वी केयर फॉर यू और लोकल वाट्सऐप नंबर भी हैं, जिस पर शिकायत की जा सकती है।
भोपाल के लिए 1090, 1091, 2420026, 2443801 नंबर हैं।
इंदौर की महिलाएं 1091, 2522111, वाट्सऐप- 7049124445 नंबर हैं।
ग्वालियर में 1091, 7049110100, वी केयर ऑफ यू 7049112018 वाट्सऐप – 7049110100 पर मदद ले सकती हैं।
पुलिस का एप
महिलाओं की मदद के लिए पुलिस ने MPeCop नाम से एप लांच किया है। यहां महिलाएं सीधे शिकायत दर्ज करा सकती हैं। यहां पर तमाम तरह की पुलिस सेवाओं की जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है।
ऊर्जा डेस्क
पीड़ित महिलाओं को तत्काल मदद मुहैया कराने के लिए प्रदेश के 180 पुलिस थानों में ऊर्जा (अर्जेंट रिलीफ एंड जस्ट एक्शन) डेस्क बनाई गई। इस डेस्क में महिला पुलिस अधिकारी ही कार्य करती हैं। इसका मकसद पीड़ित महिलाओं को तत्काल कार्रवाई के माध्यम से फौरन न्याय दिलाना है।
सीएम हेल्प लाइन
सीएम हेल्प लाइन में सीधे फोन नंबर 181 डायल कर शिकायत की जा सकती है। यहां कहीं से भी कभी भी कॉल कर सकते हैं। ये शिकायत संबंधित विभाग या थाने में भेज दी जाती है। इसकी निगरानी खुद मुख्यमंत्री करते हैं।
महिला आयोग
महिलाएं सीधे महिला आयोग के ऑफिस पहुंचकर भी शिकायत कर सकती हैं। इसके अलावा महिलाओं संबंधी अपराध में आयोग सूचना मिलने पर खुद संज्ञान लेता है और संबंधित विभाग या थाने से पूरी जानकारी लेकर कार्रवाई भी करता है।
रोचक बात : अंग्रेजों के जमाने में खुला था MP का पहला महिला थाना
मध्यप्रदेश में पहला महिला पुलिस थाना 10 अगस्त 1987 को भोपाल में खुला था। इसके अलावा इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, सागर, रतलाम, रीवा और सतना में भी महिला थाना हैं। यहां महिलाएं कभी भी शिकायत कर सकती हैं। महिला थाने में थाना प्रभारी महिला अधिकारी ही होती है।