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- ISI And VIS Were Selling Water Pouches Without Mark, Send Samples To Inquiry, FIR Will Be On Report
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सागर19 मिनट पहले
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पानी पाउच की सप्लाई करते हुए पकड़ा गया ऑटो, जिसे पुलिस के हवाले किया।
- बरियाघाट स्थित श्रीजी RO वाटर प्लांट पर खाद्य विभाग की टीम ने की जांच
- सागर ड्रिंकिंग वाटर एसोसिशएन के सदस्यों ने लेहदरा नाके से पकड़वाई थी गाड़ी
खाद्य व औषधि प्रशासन की टीम ने मंगलवार को बरियाघाट स्थित श्रीजी RO वाटर प्लांट फर्म से पानी के सैंपल लिए हैं। जो जांच के लिए भोपाल भेजे गए हैं। फर्म संचालक द्वारा फर्जी तरीके से ISI और VIS मार्क के बिना ही पाउच बेचे जा रहे थे। एक दिन पहले सागर ड्रिंकिंग वाटर एसोसिएशन के सदस्यों ने लेहदरा नाके के पास से पानी पाउच सप्लाई करते हुए एक ऑटो पकड़ा था। जिसमें करीब 70 बोरी पानी पाउच थे। जिसे सदस्य पकड़ कर मोतीनगर थाने ले आए थे। मंगलवार को खाद्य विभाग के फूड इंस्पेक्टर राजेश राय ने इनकी जांच की। फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि जांच में पानी पाउच के लेवल पर VIS का निशान नहीं मिला। ISI मार्क में भी कमियां पाई गई हैं। पाउच पर फूड लाइसेंस का नंबर भी नहीं छपा था। हालांकि फर्म प्रोपराइटर के पास फूड लाइसेंस मिला है। फर्म मालिक यश सोनी को बुलाकर दस्तावेज व लाइसेंस की जांच की गई है। इसके बाद पुलिस टीम के साथ फर्म के सेमाढ़ाना स्थित प्लांट का भी निरीक्षण किया है, जो बंद मिला। इसके बाद बरियाघाट स्थित प्लांट पर टीम पहुंची। तो वहां RO वाटर प्लांट लगा था और पानी के जार भरे जा रहे थे। निरीक्षण में पाउच के पैकिंग की मशीन नहीं मिली है। फर्म मालिक ने जांच टीम को बताया है कि वह पाउच बाहर से मंगवाता है। फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि श्रीजी फर्म के ब्रांड लेवल में कमियां मिली हैं। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद फर्म मालिक के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। तो वहीं सागर ड्रिंकिंग वाटर एसोसिएशन के मुकेश दक्ष ने बताया कि जिले में सिर्फ 6 प्लांट हैं जो ISI मार्क के पानी पाउच बेचते हैं। इसके अलावा अन्य स्थानों पर गड़बड़ियां करके व फर्जी तरीके से पानी के पाउच का विक्रय किया जा रहा है। जिनकी शिकायतें भी खाद्य विभाग से कई बार की जा चुकी हैं।