भू माफिया को जमानत: हाईकोर्ट ने 4 मामलों में दी जमानत, आरोपी पर दो दर्जन से अधिक केस हैं दर्ज, 16 साल की उम्र में बन गया था भू माफिया

भू माफिया को जमानत: हाईकोर्ट ने 4 मामलों में दी जमानत, आरोपी पर दो दर्जन से अधिक केस हैं दर्ज, 16 साल की उम्र में बन गया था भू माफिया


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इंदौर44 मिनट पहले

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2019 में जब पकड़ाया था आरोपी। पुलिस ने की थी धुनाई।

भूमि घोटाले के आरोपी शेख मुख्तयार को हाईकोर्ट ने चार प्रकरणों में जमानत दे दी है, जिसके बाद अब उसकी जेल से रिहाई की राह खुल गई है। हालांकि अभी कितने मामलों में उसकी जमानत होना बाकी है, यह पता नहीं चल पाया है। 46 वर्षीय आरोपी मुख्तयार खान उर्फ शेख मुख्तियार पिता शेरखान निवासी स्वर्णबाग कालोनी 16 अगस्त 2019 से जेल में है। पुलिस ने उस पर अवैध कब्जे, डराने-धमकाने के मामले में केस दर्ज किए हुए हैं। उसके खिलाफ तकरीबन दो दर्जन मामले दर्ज हैं।

उसने वकील के मार्फत विजयनगर थाने में दर्ज प्रकरणों में हाईकोर्ट से जमानत मांगी थी। इस पर हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद पाया कि मामले में चालान पेश हो चुका है इसलिए उसे जमानत पर छोड़ने का निचली अदालत को आदेश दिया है। बताया जाता है कि जस्टिस शैलेंद्र शु़क्ला ने उसे चार प्रकरणों में जमानत दे दी है। आरोप है कि मुख्तयार ने अपने भाई व दोस्त के साथ मिलकर राधिकाकुंज व अन्य स्थानों पर वास्तविक जमीन मालिक को डराकर उसके प्लॉट पर अतिक्रमण कर कब्जा कर लिया।

इस मामले में सेशन कोर्ट ने उसकी जमानत आवेदन निरस्त कर दिया जिसके बाद वह हाईकोर्ट गया था। पता चला है कि कुछ माह पहले भी उसे इसी थाने के इसी तरह के आपराधिक प्रकरण में हाईकोर्ट से जमानत मिली थी, किंतु अभी भी उसे कई केस में जमानत मिलना बाकी है जिसके चलते वह जेल में ही है।

16 साल की उम्र में बन गया भू-माफिया– भू-माफिया शेख मुख्तियार खान की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। उज्जैन जिले के बड़नगर का रहने वाला मुख्तियार एक रेप के मामले में फरार होकर 2003 में इंदौर आ गया। पेट पालने के लिए उसने यहां रंगाई-पुताई शुरू कर दी। इस दौरान उसने जमीनों के सौदे और अवैध रूप से जमीनों पर कब्जे करने की ओर कदम बढ़ा दिया। 16 साल का होते-होते वह कुख्यात भू-माफिया बन चुका था। उसने अपना रुतबा ऐसा बनाया कि विजय नगर पुलिस थाना उसके इशारों पर घूमने लगा। उसके खिलाफ यहां शिकायतें सुनी ही नहीं जाती थीं, उलटा शिकायतकर्ता को ही पुलिस द्वारा धमकाया जाता था। कांग्रेस और भाजपा नेताओं से संबंधों का रौब जमाते हुए वह कई बार थाने पर बैठा दिख जाया करता था।

5 से ज्यादा केसों में अपराधी मुख्तियार ने पुलिस से सांठ-गांठ कर अवैध साम्राज्य खड़ा कर लिया था। इसी के दम पर वह दुकानों मकानों पर कब्जा करने लगा। वह थाने पर बैठने के साथ ही पुलिस के साथ घूमा करता था।

16 साल पहले पुताई करता था, अब 50 कराेड़ से ज्यादा की जमीन पर कब्जा – मुख्तियार बड़नगर से बलात्कार के एक मामले में 2003 में भागकर इंदौर आ गया था। यहां कुछ साल पुताई का काम करने के दौरान उसकी मुलाकात कमलेश चौहान नामक व्यक्ति से हुई। 2011-12 में कमलेश के जरिए मुख्तियार पंढरीनाथ क्षेत्र के बदमाश नज्जू चौधरी के बेटे पंकू के संपर्क में आया। खजराना के बदमाश बब्बू के भाई फारुख शेख से दोस्ती हुई। फिर इन्होंने राधिका कुंज काॅलोनी काटने वाले कॉलोनाइजर के एक मुनीम को झांसे में लेकर उससे पुराने प्लाटधारकों की रजिस्ट्रियां निकलवाईं और बैक डेट में फर्जी रजिस्ट्री तैयार कर लोगों के प्लॉटों पर कब्जा करना शुरू किया। 2003 में ही मुख्तियार ने खुद को कांग्रेस के का करीबी बताकर पुलिस अधिकारियों पर रौब जमाया करता था ।

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