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खंडवा4 घंटे पहले
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- अग्नि नदी से लेकर खंडवा रोड तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई
गांव में करीब 25 साल बाद प्रशासन द्वारा पक्के कब्जे हटाने की कार्रवाई मंगलवार को की गई। अतिक्रमण हटाओ मुहिम के तहत एसडीएम ने अग्नि नदी से लेकर खंडवा रोड तक अतिक्रमण ध्वस्त किए। इस दौरान अफसरों की मौजूदगी में जेसीबी और पोकलेन मशीन से 10 पक्के मकान-दुकान पूर्ण रूप से और 60 आंशिक रूप से दुकानों के ओटले, मकान और दीवारें तोड़ी गई।
इससे पहले ग्राम पंचायत व पटवारी ने 140 अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस दिए थे, लेकिन किसी ने भी अतिक्रमण नहीं हटाया। इसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की। इधर, अफसरों की पहुंचने की सूचना मिलते ही कुछ लोगों ने स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया था। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई बुधवार को भी जारी रहेगी। ग्राम पंचायत भवन के सामने 6-7 टप रखे गए थे वह भी उनके द्वारा स्वेच्छा से हटा दिए गए, किंतु अग्नि नदी पर बन रहे बड़े ब्रिज की पेशवाल जो गांव की ओर बनना निश्चित है, उसकी परिधि में आने वाले पक्के मकानों, दुकानों को प्रशासन द्वारा जेसीबी से सख्ती के साथ तोड़ा गया।
एसडीएम डॉ. परीक्षित झाड़े, खालवा तहसीलदार अतुलेश सिंह, पीडब्लूडी एसडीओ पीएन पांडे, आशापुर चौकी प्रभारी नाना पाटीदार ने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। अतिक्रमण कार्यों में प्रशासन के शक्ति के साथ अतिक्रमण तोड़ने को लेकर अफरा-तफरी का माहौल रहा। फिर भी अतिक्रमणकारियों द्वारा अपने-अपने अतिक्रमण स्वेच्छा से हटा लिए गए, किंतु उनके पक्के ओटले व दीवारें प्रशासन द्वारा तोड़ दी गईं।
अतिक्रमण मुख्य बाजार से होते हुए खालवा रोड व खंडवा रोड पर स्वेच्छा से हटा लिए गए हैं। हरसूद एसडीएम डॉ. परीक्षित झाड़े व खालवा तहसीलदार अतुलेश सिंह ने बताया कि आशापुर के साथ-साथ पूरे ब्लॉक में खालवा, खेड़ी, पटाजन, रोशनी पाडलिया माल आदि ग्रामों में में भी सख्ती के साथ अतिक्रमण हटाया जाएगा।
और इधर, घटिया निर्माण की शिकायत
बालू रेत की जगह गाद का उपयोग, कर्मी बोले- जहां शिकायत करना है कर दो
शासकीय भवनों में गुणवत्ताहीन निर्माण के मामले में पहली बार क्षेत्र में जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों ने मोर्चा खोला है। खालवा ब्लॉक के ग्राम जामनी में 1.75 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन सीनियर छात्रावास भवन के प्लिंथ वर्क ठेकेदार द्वारा बालू रेत, डस्ट तो दूर नदी के कपा (गाद) से किया जा चुका है। ग्रामीणों के आपत्ति लिए जाने पर ठेकेदार के कर्मचारियों ने ऊंची पहुंच का हवाला दिया। अंत में पंचनामा बनाकर सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की। ग्राम जामनी गुर्जर में 34 करोड़ की लागत से तैयार हो चुके 500 सीटर कन्या शिक्षा परिसर के पास बन रहे 50 सीट क्षमता के सीनियर छात्रावास के निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग पर पहले ग्रामीणों ने समझाइश दी। लेकिन ठेकेदार के कर्मचारी ने हल्के में लिया। ग्रामीणों ने मिट्टीयुक्त काली रेत के निर्माण पर आपत्ति ली किंतु कर्मचारी इजराइल खां ने साफ कह दिया कपा इस्टीमेट में है।
आपको जहां शिकायत करना हो कर सकते हैं। जप सदस्य राम बाई, सरपंच कांतिबाई, ग्रामीण रामनिवास दोगने, प्रहलाद सिंह, श्रीकृष्ण व अन्य ने मौका पंचनामा बनाकर खालवा जप कार्यालय सूचना दी। जनपद से जवाब आया अजजा विभाग सिर्फ भुगतान कर रहा है। एजेंसी पीआईओ है।
इधर, ठेकेदार के बचाव में खंडवा से कुछ लोगों ने क्षेत्रीय भाजपा नेताओं को मामला निपटाने की कोशिश शुरू हो चुकी है। सरपंच कांति बाई ने बताया शिकायत किए जाने पर ठेकेदार ने ताबड़तोड़ बालू रेत और डस्ट बुलाई गई। अभी तक हुए निर्माण और स्टॉक की गई बालू रेत और डस्ट की खपत से बात साफ साफ नजर आ रही है।
- एसडीएम हरसूद के निर्देश पर छात्रावास निर्माण स्थल पर गया था। वहां उपलब्ध मिट्टी युक्त काली रेत हटाई जा चुकी है। साथ ही गुणवत्ता का ध्यान रखने के सख्त निर्देश ठेकेदार को दिए हैं। हम सतत निगरानी रखेंगे। – आईजे पाटीदार, एसडीओ, पीआईओ