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- After The Father’s Death In Ujjain’s Accident, The Police Did Not Get The Money, The Son Was Sent To Jail For Murder, After 8 Months, The Mother Was Acquitted Of The Testimony.
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उज्जैन2 मिनट पहले
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मां के बयान पर बेटे को अदालत ने पिता की हत्या के जुर्म से बरी कर दिया
- पत्नी ने अदालत को बताया- पति शराब पीते थे, घटना के दिन झगड़ा करके आए थे, रात में तबीयत खराब होने पर मौत हो गई
मामला सात जून 2020 को हुई मताना खुर्द निवासी विक्रम परमार की मौत का है। विक्रम की हत्या के आरोप में बेटा जितेंद्र परमार आठ माह जेल में रहा। मामले अहम गवाह रही मां की गवाही ने बेटे (जितेंद्र) को पिता की हत्या के आरोपों से बचा लिया। अदालत से दोषमुक्त किए जाने के बाद परिवार वालों ने पुलिस पर पांच लाख रुपए नहीं देने पर हत्या का केस बनाकर फंसाने का आरोप मढ़ा। जबकि मृतक विक्रम की पत्नी सौरमबाई ने अदालत में बयान दिया कि उसके पति की मृत्यु झगड़े और बाइक से गिरने से आई चोटों से हुई है। अभियोजन ने जितेंद्र को पिता की हत्या का आरोपी साबित करने के लिए 17 गवाहों को पेश किया। अदालत ने मृतक की पत्नी के बेटे के पक्ष में बयान और अभियोजन की ओर से ठोस साक्ष्य पेश नहीं कर पाने के कारण अपर सत्र न्यायाधीश जितेंद्र सिंह कुशवाह ने अभियुक्त जितेंद्र परमार को दोषमुक्त करार दिया। दरअसल, मताना खुर्द निवासी विक्रम परमार की 8 जून 2020 की सुबह अंतिम संस्कार की परिजन तैयारी कर रहे थे। इस बीच अंगूरीबाई नाम की महिला ने पुलिस को सूचना दी थी कि घरवालों ने विक्रम की हत्या कर दी है। अब उसके अंतिम संस्कार की तैयारी कर रही हैं। पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। शरीर पर चोट के निशान को लेकर हत्या की आशंका जताई। मृतक की पत्नी सौरमबाई ने बताया कि रात में अधिक शराब पीने से घर से थोड़ी दूरी पर पति बाइक से गिर गए थे और नशे में ओटले पर आकर सो गए। रात में उनकी हालत खराब थी। पानी मांग रहे थे। पानी पिलाया। उसके बाद बेसुध हो गए। पत्नी सोरम बाई ने बयान दिया कि पति की मृत्यु होने पर बेटे को थाने सूचना देने भेजा था, जिसे पुलिसवालों ने वहीं बैठा लिया। पांच लाख रुपए की मांग करने लगे। इसके बाद 11 जून को सुबह 11.30 बजे एसआई संतोष पाठक को परिवार के एक सदस्य ने नानाखेड़ा थाने के सामने पहुंचकर कार में एक बार 15 हजार दिए। उसी शाम चार बजे 3 हजार रुपए नानाखेड़ा में एटीएम के पास एसआई खुद अपनी कार से पैसे लेने आए थे। सारे सबूत हैं, अब नानाखेड़ा थाने के पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोर्ट की शरण लेकर मानहानि का दावा लगाएंगे।