एक दिन पहले ही शिवराज ने फिर से खुद को टाइगर बताया था.
Bhopal-शिवराज सिंह चौहान ने कल ही इंदौर में फिर से खुद को टाइगर (Tiger) बताया.लेकिन सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट को ये बात हजम नहीं हुई और उन्होंने प्रदेश में एक नहीं दो टाइगर बता दिए
पिछले दो साल से मध्यप्रदेश की राजनीति में टाइगर अहम भूमिका निभा रहा है. 2018 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद बीजेपी जब विपक्ष में गयी तो शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि टाइगर अभी जिंदा है. आप लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है. उस समय कमलनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री थे.शिवराज सिंह ने अपने समर्थकों को हौसला कम न हो इसलिए ये बात कही थी.उसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था टाइगर अभी जिंदा है.
दिग्विजय ने माधवराव को याद किया था
इन बयानों के बाद सियासत में टाइगर को लेकर जमकर बवाल कटा था.उस समय दिग्विजय सिंह ने तंज कसा था कि जब शिकार प्रतिबंधित नहीं था,तब मैं और श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी शेर का शिकार किया करते थे.इंदिरा जी के वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन एक्ट लाने के बाद से मैं अब सिर्फ शेर को कैमरे में उतारता हूं लेकिन अब हालात बदल गए.
एक जंगल में एक शेर
शिवराज सिंह चौहान फिर सीएम बन गए.इसलिए उन्हें अपना पुराना डायलॉग याद रहा और उन्होंने इंदौर में इसे फिर दोहरा दिया.लेकिन सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट को ये बात हजम नहीं हुई और उन्होंने प्रदेश में एक नहीं दो टाइगर बता दिए.उन्होंने अपने नेता सिंधिया को भी टाइगर बता दिया,लेकिन समझने वाली बात ये है कि जंगल में तो एक ही राजा होता है ऐसे में तुलसी सिलावट के बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं.