- Hindi News
- Local
- Mp
- Gwalior
- A Long Line Of Shiva Devotees Outside Acheleshwar, Gupteshwar, Koteshwar Temples, Darshan After One Hour Of Hard Work, Mask Not Seen
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
ग्वालियर3 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
शहर का प्रमुख शिव मंदिर अचेलश्वर महादेव मंदिर को फूलों से सजाया गया है, यहां सुबह से ही भक्तों की लंबी लाइन लगी है
- मंदिरों में कोविड गाइड लाइन का पालन होता नहीं दिखा
- कोरोना को लेकर लापरवाही में दिखे लोग
- सुबह 6 बजे से ही मंदिरों के बाहर भीड़ लगना शुरू
महाशिवरात्रि पर शहर के प्रमुख मंदिरों का हाल एक जैसा ही रहा है। मंदिरों के बाहर लंबी लाइन और महादेव के दर्शन करने के लिए लाइनों में इंतजार करते शिवभक्त। शहर के प्रमुख शिव मंदिर अचेलश्वर, गुप्तेश्वर और कोटेश्वर महादेव सहित हजारेश्वर और भूतेश्वर पर सुबह 6 बजे श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था।
अचलेश्वर मंदिर पर तो यह हाल था कि यहां गर्भगृह तक पहुंचने में लोगों को 1 से 2 घंटे लगे हैं। करीब आधा किलोमीटर दूर से लाइन में पैदल चलकर लोग मंदिर तक पहुंचे हैं। गुरुवार को शहर के शिवालय बम-बम भोले के नारों से गूंज उठे हैं। सड़कों पर जगह-जगह फलहार वितरण हो रहा है। पूरे शहर का माहौल शिव भक्तिमय हो गया है। पर भक्ति में लोग कोविड को भूल गए हैं। न तो मंदिरों के बाहर सोशल डिस्टेंस नजर आया न ही चेहरे पर मास्क दिखे।

महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिवलिंग पर दूध अर्पण करते भक्त
शहर के सबसे प्रमुख शिव मंदिरों में से एक अचेलश्वर महादेव पर रात 12 बजे से ही कांवर लेकर शिवभक्त आना शुरू हो गए थे। सबसे पहले उनके लिए गर्भगृह के पट खोले गए। अचलेचश्वर महादेव, कोटेश्वर महादेव व गुप्तेश्वर महादेव का अभिषेक किया गया और उनको दूल्हें की तरह सजाया गया। इसके बाद शिव मंदिरों को आम भक्तों के लिए खोल दिया गया। सुबह 6 बजे से इन मंदिरों के बाहर लोगों की भीड़ जमा होना शुरू हो गई। दोपहर तक हजारों की संख्या में लोग दर्शन करने पहुंचे हैं। यह पहला मौका है जब कोरोना काल के बाद किसी त्योहार पर मंदिरों में इतनी संख्या में भीड़ नजर आ रही है। कहां क्या हालात रहे एक नजर में।
अचलेश्वर मंदिर
- यहां चेंबर ऑफ कॉमर्स के बाहर से दर्शन के लिए लाइन लगी है। चेंबर ऑफ कॉमर्स के सामने ललितपुर कॉलोनी, MLB कॉलेज रोड होते हुए अचलेश्वर मंदिर तक लोग पहुंच रहे हैं। इस दौरान दर्शन करने में सुबह 1 घंटे का समय लगा। दोपहर में भीड़ बढ़ने पर लाइन और भी लंबी हो सकती है। पर मंदिर प्रबंधन के लाख अपील के बाद भी न तो लोग सोशल डिस्टेंस में दिखे हैं न ही मास्क का पालन किया है। मंदिरों के बाहर प्रसाद वितरण के काउंटर लगे हैं।
- अचलेश्वर जाने वाले सभी मार्ग पर ट्रैफिक रूट बदला गया है। जिस कारण वाहन मंदिर से आधा किलोमीटर की दूरी पर ही रोके जा रहे हैं।

शहर के मंदिरों के बाहर इस तरह रही भीड़, दर्शन करने भक्तों को लंबी लाइन में लगना पड़ा, एक-एक घंटे बाद हुए दर्शन
कोटेश्वर मंदिर सिंधिया करेंगे पूजन
- कोटेश्वर महादेव पर भी यही हाल है। यहां भी रात 12 बजे से शिवभक्त पहुंचना शुरू हो गए थे। कोविड का पालन करते हुए इस बार अंदर प्रसाद के काउंटर नहीं लगाए गए हैं। मंदिर में दर्शन करने के लिए सुबह 6 बजे से काफी संख्या में शहर के लोग मंदिर पहुंचे हैं। मंदिर के बाहर लंबी-लंबी लाइनें लगी हैं। दोपहर 12 बजे यहां राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी पूजा अर्चना करने पहुंचेगे। पहले उनको सुबह 9 बजे आना था पर रात को ही कार्यक्रम में बदलाव हुआ है।
गुप्तेश्वर महादेव
- गुप्तेश्वर पहाड़ी पर बना गुप्तेश्वर महादेव मंदिर पर भी हजारों की संख्या में शिवभक्त पहुंच रहे हैं। आसपास के गांव और जनकगंज के इलाके से रात 12 बजे से ही लोग मंदिर पहुंचना शुरू हो गए थे। यहां मास्क पहनकर नहीं आने वाले शिवभक्तों को मंदिर प्रबंधन मास्क बांटता हुआ दिखा। कोविड का पालन लोग तो नहीं कर रहे थे, लेकिन मंदिर प्रबंधन लगातार अपील कर रहा था।
12 बजे निकलेगी बारात
गुप्तेश्वर मंदिर से गुरुवार दोपहर 12 बजे शिव बारात निकाली जाएगी। महाशिवरात्रि पर गुप्तेश्वर सेवा संघ द्वारा निकाली जाने वाली शिव बारात गुप्तेश्वर मंदिर से निकलकर जनकगंज, महाराज बाड़ा, सराफा बाजार, ऊंटपुल, इंदरगंज चौराहे से होती हुई अचलेश्वर मंदिर पहुंचेगी।
मंदिर के आसपास कड़ी सुरक्षा
शहर प्रमुख मंदिरों अचलेश्वर, कोटेश्वर, गुप्तेश्वर, भूतेश्वर सहित करीब 30 से ज्यादा मंदिरों पर भक्तों की सुबह से भीड़ है। इसलिए शिव मंदिरों के आसपास और सड़कों पर पुलिस भी चौकस रही है। जिससे किसी के साथ कोई घटना न हो। बड़े मंदिरों के बाहर अस्थायी पुलिस चौकी बनाई गई हैं।