- Hindi News
- Local
- Mp
- Jabalpur
- Thousands Of Devotees Also Visited Gupteshwar And Other Temples In Kachanar City To See The Huge Statue Of Mahadev.
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
जबलपुरएक घंटा पहले
- कॉपी लिंक
कचनार सिटी में महादेव की विशाल प्रतिमा का दर्शन करने पहुुंचे थे।
- कई मंदिरों से निकाली गई शिव बारात, विशेष पूजन अर्चन भी हुआ
- भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक के साथ जल अर्पण किया गया
महापर्व शिवरात्रि पर शिवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा। सुबह चार बजे से ही शहर के अलग-अलग प्रसिद्ध मंदिरों में लोग जलाभिषेक करने पहुंचे। इस दौरान भगवान शंकर की विशेष पूजा-अर्चना हुई। कई मंदिरों में रुद्राभिषेक के साथ जल अर्पण किया गया। शहर के सबसे विशाल कचनार सिटी स्थित भगवान शंकर का दर्शन करने हजारों की संख्या में भक्त पहुंचे।
कचनार सिटी मंदिर के मुख्य पुजारी सुरेंद्र पंडित के मुताबिक मंदिर परिसर में तीन दिन का विशेष अनुष्ठान होता है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के लोग यहां महाशिवरात्रि पर आते हैं। इस कारण यहां भक्तों की संख्या अधिक रही। वहीं, पांडव काल से जुड़े गुप्तेश्वर मंदिर में विशेष अनुष्ठान और पूजा-अर्चना हुई। यहां भी भक्तों ने पूरे दिन श्रद्धाभाव से जलाभिषेक किया। दोपहर में भगवान शिव की प्रतिमा पर 51 फीट लंगी सवा लाख फूलों की माला अर्पित की गई।

कचनार सिटी में महादेव की प्रतिमा का दर्शन करने पहुंचे भक्त।
भरतीपुर स्थित शिव-पार्वती मंदिर में सोनकर (खटीक) समाज द्वारा मायना पूजन किया। वहीं, शाम 4 बजे मंदिर परिसर से शिव-पार्वती की बारात निकाली गई। भानतलैया शिव मंदिर में विशाल भंडारा का आयोजन किया गया। गीताधाम मंदर में सुबह सात बजे से रुद्राभिषेक हुआ। डॉ. स्वामी श्यामदेवाचार्य महाराज और स्वामी नरसिंहदास महाराज के सानिध्य में पूरे दिन ये चला।

गुप्तेश्वर मंदिर में सुबह से लगा भक्तों का लगा रहा तांता।
खारीघाट स्थित शिव पंचायतन मंदिर और बद्रीनारायण शिखर स्थित प्राचीन केदारेश्वर गुफा में विराजमान महादेव का महाभिषेक करने भक्तों का तांता लगा रहा। श्री बादशाह हलवाई मंदिर में सुबह 5 बजे पट दर्शन व मंगल आरती के साथ भक्तों के पहुंचने का क्रम शुरू हुआ, तो पूरे दिन जारी रहा।
विजय नगर स्थित जेडीए ग्राउंड में ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा महाशिवरात्रि महोत्सव हुआ। इस अवसर पर 40 फीट शिवलिंग की झांकी बनाकर दर्शन करवाए गए। रांझी स्थित श्री पशुपति नाथ नेपाली मंदिर में सुबह 9 बजे अखंड रामायण समापन के रुद्राभिषेक हुआ। जीसीएफ पाटबाबा मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे।