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- Outrage Over Villagers In Ramanagara Village After Murder Of A Young Man And Suicide Of A Woman, Memorandum Submitted To SP, Said Stop Alcohol
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जबलपुर6 मिनट पहले
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कच्ची शराब का कारोबार बंद कराने की मांग करते ग्रामीण।
- तिलवारा क्षेत्र के रमनगरा गांव में नर्मदा किनारे तैयार की जाती है कच्ची शराब, सुबह से पीने वालों का लगता है तांता
- गांव वालों का आरोपा शिकायत के बावजूद पुलिस नहीं करती कार्रवाई, शराब माफियाओं से निभाती है यारी
तिलवारा थाने से सात किमी दूर रमनगरा गांव में कच्ची शराब को लेकर ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। इज्जत के बदले की गई युवक की हत्या और बाद में युवती की फंदे से लटकी लाश मिलने के बाद ग्रामीण का सब्र भी टूट पड़ा। पहले एएसपी और फिर एसपी को ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपकर कच्ची शराब बनाने वालों पर कार्रवाई की मांग की। ग्रामीण बोले, साहब कच्ची शराब बंद करा दो, नहीं तो हमारे गांव में इस तरह की घटनाएं होती रहेगी।
जानकारी के अनुसार 500 घरों वाले रमनगरा और बर्मन मोहल्ल के लोग कच्ची शराब बनाने वालों से परेशान हैं। गांव के मोहन उपाध्याय के मुताबिक वे पूर्व में सीएम हेल्पलाइन 181 पर शिकायत कर चुके हैं। बावजूद कुछ नहीं हुआ। गांव में चार बजे से देर रात तक शराब पीने वालों का तांता लगा रहता है। यही हाल रहा तो हमारे छोटे-छोटे बच्चे भी शराब पीने लगेंगे। फिर हत्या, चोरी और अन्य सामाजिक घटनाओं को रोकना पुलिस के लिए भी मुश्किल होगा।
पूरे लॉकडाउन में शहर के लोग शराब पीने आते रहे
इसी तरह का आक्रोश गांव के अन्य युवकों का भी छलका। बोले कि इस गांव की पहचान ही कच्ची शराब के तौर पर बन चुकी है। पूरे लॉकडाउन में शहर से भी लोग यहां शराब पीने आते रहे। कई तस्कर यहां से कच्ची शराब शहर ले जाते हैं। नर्मदा घाट के किनारे 24 घंटे शराब की भट्टी धधकती रहती है।

एएसपी ग्रामीण शिवेश सिंह बघेल को ग्रामीणों ने कच्ची शराब बनाने वालों के बताएं नाम।
पुलिस करती है दिखावे की कार्रवाई
पुलिस से शिकायत करों तो वो भी दिखावे की कार्रवाई कर चली जाती है। फिर कच्ची शराब बनाने वाले दुश्मनी भुनाते हैं। कई बार मुखबिरी के संदेह में मारपीट तक हो चुकी है। गांव वालों ने आरोप लगाया कि थाने के एक-एक स्टाफ को पता है कि कौन कच्ची शराब बनाता है। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
हत्या करने वाले आरोपी का पिता भी आबकारी एक्ट में हुआ था गिरफ्तार
विजेत कश्यप की हत्या करने वाले आरोपी मिंटू उर्फ धीरज शुक्ला सहित उसके पिता शिवराम शुक्ला को एक महीने पहले आबकारी विभाग ने पकड़ा था। 34(2) में अभी वह जेल में है। शराब पीने ही विजेत गांव में आता-जाता था। उसी दौरान उसकी मिंटू शुक्ला की बहन पूजा से प्रेम हुआ था। गुरुवार को दोनों के दुखद अंत से गांव वाले आक्रोशित थे। वे इसकी वजह शराब ही मान रहे हैं।
सीएम के आदेश को ठेंगा दिखा रही तिलवारा पुलिस
मुरैना व उज्जैन में जहरीली शराब पीने से हुई मौत के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कच्ची शराब को लेकर सख्त तेवर दिखाए थे। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर जिले में भी कच्ची शराब माफियाओं पर कार्रवाई हुई थी, लेकिन रमनगरा में जिस तरह से ग्रामीणों ने उनके ही सामने कच्ची शराब को लेकर अपनी शिकायत रखी, वो तिलवारा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है। ग्रामीणों के ज्ञापन पर एसपी ने सीएसपी को कार्रवाई के लिए बोला, तो सीएसपी ने उसे टीआई के हवाले कर दिया। जबकि ग्रामीणों को तिलवारा पुलिस की भूमिका पर ही सबसे अधिक संदेह है।
11 लोग बनाते हैं गांव में शराब
ग्रामीणों ने शराब बनाने वालों का नाम ज्ञापन में दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि नरेश बर्मन, किक्का, बबलू, , नेटू, अंकित, नल्लू, बिट्टू, गनेश, गुड्डू कच्ची शराब बनाते हैं। वहीं तिलवारा के पुलिया के पास वे कच्ची शराब बेचते हैं।