अवहेलना: सेठानी घाट पर प्लास्टिक से प्रदूषित हाे रही नर्मदा

अवहेलना: सेठानी घाट पर प्लास्टिक से प्रदूषित हाे रही नर्मदा


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होशंगाबाद8 घंटे पहले

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  • शहर के नर्मदा घाटों पर पड़ा रहता है कचरा

शहर के सेठानीघाट पर नर्मदा प्लास्टिक, पाॅलीथिन से प्रदूषित हाे रहा है। नाले-नालियों की गंदगी भी नर्मदा में मिल ही रही है। हर दिन औसत 30 किलो प्लास्टिक कचरा घाट पर जमा होता है। इसमें प्लास्टिक दोने-पत्तल और खाने की सामग्रियों की पॉलीथिन सबसे ज्यादा है। भंडारे के पत्तल दाेना भी नर्मदा में बहाया जा रहा है। नपा सहायक यंत्री आरसी शुक्ला ने बताया नर्मदा के घाट में प्रदूषण रोकने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। प्लास्टिक का प्रतिबंध पवित्र क्षेत्र में लगाने धार्मिक सहमति बनाने की कोशिश हो रही है। नर्मदा की स्वच्छता के लिए काम करने वाले विनय यादव ने बताया प्लास्टिक घुलनशील नहीं है। प्लास्टिक होने से

पानी का बीओडी लेबल बढ़ता है। ऑक्सीजन कम होता है। बैक्टिरिया और वायरस पानी में ज्यादा मात्रा में पैदा होने लगते हैं। मोलस्का प्रजाति पर प्लास्टिक वेस्ट का सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है। मोलस्का जीव पानी में ऑक्सीजन बढ़ाते हैं। ये खत्म हो जाएंगे तो ऑक्सीजन लेबल कम होगा। इसका नर्मदा की सेहत और उसमें मौजूद जीव-जंतुओं पर सीधा असर होगा।

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