पट्टे में उलझा दिव्यांग: तत्कालीन गृहमंत्री ने दिया था भूखंड का पट्टा, तीन साल बाद पटवारी ने बताया फर्जी

पट्टे में उलझा दिव्यांग: तत्कालीन गृहमंत्री ने दिया था भूखंड का पट्टा, तीन साल बाद पटवारी ने बताया फर्जी


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सागर2 मिनट पहले

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दिव्यांग ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर शिकायत की।

  • मालथौन में दिव्यांग ने कलेक्टर कार्यालय में की शिकायत
  • एसडीएम पर पट्टे के दस्तावेज छीनने का आरोप

तत्कालीन गृहमंत्री द्वारा दिव्यांग को दिया गया भूखंड का पट्टा पटवारी ने फर्जी बताया है। वहीं, पट्टे में सुधार की मांग को लेकर खुरई एसडीएम के पास पहुंचा, तो उन्होंने पट्टे के दस्तावेज छीन लिए। यह आरोप दिव्यांग लक्ष्मी प्रसाद पिता रामदयाल रजक निवासी वार्ड क्रमांक एक मालथौन ने जिला दंडाधिकारी कार्यालय में आवेदन सौंपते हुए लगाए।

शिकायतकर्ता दिव्यांग लक्ष्मी प्रसाद ने बताया, वर्ष 2017-18 में तत्कालीन गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने भूखंड का पट्टा दिया था, लेकिन इस पट्टे को पटवारी ने फर्जी बताया है। वहीं, पटवारी ने पट्टे में सुधार करने के नाम पर रुपयों की मांग की है। मामले में दिव्यांग ने खुरई एसडीएम कायार्लय पहुंचकर शिकायत की। इस दौरान एसडीएम ने पट्टे के असल दस्तावेज दिव्यांग से छीनकर अपने पास रख लिए। इसके बाद से िदिव्यांग पिछले चार माह से पट्टे के दस्तावेज के लिए कार्यालय के चक्कर लगा रहा है। इस समय दिव्यांग के पास पट्टा, नक्शा समेत अन्य दस्तावेजों की फोटोकॉपी उपलब्ध है। मामले में दिव्यांग ने कलेक्टर से पट्टे में सुधार कर असल दस्तावेज वापस दिलाने की मांग की है।

शिकायत वापस लेने बना रहे दबाव

दिव्यांग लक्ष्मी प्रसाद ने कहा कलेक्टर कार्यालय के साथ सीएम हेल्पलाइन पर मामले की शिकायत की है। अब सीएम हेल्पलाइन की शिकायत वापस लेेने के लिए अफसर दबाव बना रहे हैं। उन्होंने शिकायत वापस नहीं देने पर मकान गिराने की धमकी दी है। खुरई एसडीएम मनोज चौरसिया ने कहा कि मैंने किसी के भूखंड का पट्टा नहीं लिया है। निराधार और गलत आरोप लगाए जा रहे हैं।

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