छोटे-मोटे रिसर्च पेपर देकर खानापूर्ति न करें वैज्ञानिक, ICMR को देश की पहचान बनाना है- हर्षवर्धन सिंह

छोटे-मोटे रिसर्च पेपर देकर खानापूर्ति न करें वैज्ञानिक, ICMR को देश की पहचान बनाना है- हर्षवर्धन सिंह


केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने वैज्ञानिकों को गंभीरता से काम करने की सलाह दी. (File)

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सिंह आज भोपाल पहुंचे. उन्होंने ICMR के कामों का जायजा लिया. केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि इस नए प्रोजेक्ट का उद्देश्य देश को पहचान दिलाना है. इसलिए वैज्ञानिक पूरी तरह गंभीरता से काम करें.

भोपाल. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सिंह ने अफसरों को दो टूक कह दिया है कि भोपाल में नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च इन एनवायरमेंटल हेल्थ (ICMR-national institute for research in environmental health) को तैयार करने में 125 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. राज्य सरकार ने कैंपस के लिए जमीन भी मुफ्त में दी है. ऐसे में वैज्ञानिकों की जिम्मेदारी है कि वे छोटे-मोटे रिसर्च पेपर देकर सिर्फ खानापूर्ति न करें. इस संस्थान को देश की पहचान बनाना है.

केंद्रीय मंत्री शनिवार को यहां ICMR की बिल्डिंग पर हो रहे काम का जायजा लेने आए थे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि ग्लोबल वॉर्मिंग को लेकर लंबी-चौड़ी बातें हो रही हैं. पर्यावरण की रक्षा के लिए सभी को योगदान देने जरूरत है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर उन्होंने कहा कि लोगों की लापरवाही और गलतफहमी के कारण संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है. पढ़े लिखे लोग भी गले में मास्क लगाकर घूम रहे हैं, यह तकलीफ देह है. देश के सामने कोविड-19 की गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराना सबसे बड़ा चैलेंज है.

गाइडलाइन का पालन करे जनता- शिवराज

इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है. इंदौर, भोपाल में इसका बढ़ना चिंता का विषय है. महाराष्ट्र सीमा से लगे ज़िलों में संक्रमण बढ़ा है. उन्होंने कहा कि गृह विभाग ने निर्देश जारी कर दिए हैं कि बड़े आयोजन नहीं होंगे. आयोजनों में क्षमता के हिसाब से 50 प्रतिशत लोग शामिल हो सकेंगे. सीएम ने कहा कि दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें. उनके लिए मास्क लगाना अनिवार्य है. उन्होंने कहा कि नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी लोगों को समझाइश दी जाएगी. महाराष्ट्र की सीमा से लगे ज़िलों में आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग भी की जाएगी.किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों से कहा कि बारिश से बर्बाद हुई फसल की चिंता न करें. किसान भाइयों को कहना चाहता हूं कि मैं हूं. परेशान होने की ज़रूरत नहीं. जिनकी फसल बर्बाद हुई है उन्हें उचित मुआवज़ा दिया जाएगा. सीएम ने कहा – 15 मार्च को मैं असम दौरे पर हूं और 20 को फिर प्रचार करने जाऊंगा.








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