जबलपुर में मानव तस्करी की खबर से पुलिस के कान खड़े हो गए हैं. (सांकेतिक तस्वीर)
मानव तस्करी: जबलपुर में मानव तस्कर महिलाओं का सौदा कर रहे हैं. दो महिलाओं ने मानव तस्करी और रेप का केस दर्ज कराया है. इन महिलाओं को ज्यादा मजदूरी मिलने का झांसा दिया गया था.
पीड़ित महिलाओं में एक खरीदार को झांसे में लेकर जबलपुर पहुंच गई. उसने मदनमहल थाने में रेप व मानव तस्करी सहित विभिन्न धाराओं में तो दूसरी ने ग्वारीघाट में मानव तस्करी का केस दर्ज कराया है. पुलिस ने मामले में एक होटल मैनेजर सहित दो महिलओं को गिरफ्तार किया है.
होटल का मैनेजर और उसकी पत्नी चलाते हैं रैकेट
पुलिस ने बताया कि जिले के छोटी लाइन फाटक बासू होटल स्थित है. इसका मैनेजर अनिल बर्मन और उसकी पत्नी ज्योति कोटा के मानव तस्कर से मिलकर यह धंधा कर रहे थे. उनके साथ एक अन्य महिला संतोषी बैरागी भी है. आरोपी तीन महिलाओं को कोटा ले गए थे. एक को 2.80 लाख रुपए और दूसरी को 70 हजार रुपए में बेचा. 23 वर्षीय विवाहित युवती अपने सांवले रंग की वजह से बिकने से बच गई.मारपीट की वजह से 3 साल पहले छोड़ दिया था पति को
पीड़ित महिला ने पुलिस को जानकारी दी कि वह मऊगंज रीवा की है. जबलपुर में वह भूकंप कॉलोनी में रहती है और बासू होटल में रोटी बनाने का काम करती थी. उसकी शादी 15 साल पहले हुई थी, लेकिन महिला ने शादी के तीन वर्ष बाद ही पति को छोड़ दिया था. उसका एक 12 साल का बेटा है. होटल में उसे मजदूरी के तौर पर 200 रुपए मिलते थे.
इस तरह हुई सौदेबाजी की शुरुआत
पीड़िता के मुताबिक बासू होटल के मैनेजर अनिल बर्मन और उसकी पत्नी ज्योति पिछले साल उससे कहा था कि कि कब तक 200 रुपए में काम करोगी. कोटा चलो वहां अच्छा पैसा मिलेगा. 20 जनवरी 2021 को ज्योति ने उससे कहा कि वह अपने बेटे को अपनी मां के पास भिजवा दे, जब कोटा में तुम्हारा काम सेट हो जाएगा तो बुला लेना. महिला ने रिश्तेदार अमर कुशवाहा के साथ बेटे को मऊगंज रीवा भिजवा दिया और 25 जनवरी को अनिल की पत्नी ज्योति ने उसे जबलपुर के तीन पत्ती चौराहे पर बुलाया और अपने घर ले गई. 26 को ज्योति उसे कोटा ले गई. वहां अनिल बर्मन और ग्वारीघाट निवासी शालिनी जैन (23), परसवाड़ा निवासी संतोषी मराठा मिली.