उप्र की टीम 16 साल बाद फाइनल में पहुंची है.
उप्र के युवा बल्लेबाज माधव कौशिक ने विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में शानदार बल्लेबाजी की. मुंबई के खिलाफ उन्होंने नाबाद 158 रन बनाए. यह उनके क्रिकेट करियर का पहला शतक है.
मैच में उप्र ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया. टीम ने बेहद धीमी शुरुआत की. माधव पहली 23 गेंद पर एक भी रन नहीं बना सके. 24 गेंद पर एक रन लेकर उन्होंने अपना खाता खोला. 10 ओवर के बाद टीम का स्कोर बिना विकेट के 28 रन था. इसके बाद माधव और समर्थ सिंह (55) ने हाथ तेज किए. दोनों ने पहले विकेट के लिए 26 ओवर में 122 रन की साझेदारी की. इसके पहले माधव के लिस्ट ए करिअर की बात की जाए तो उन्होंने 5 मैच में 85 रन बनाए थे. 34 रन उनका उच्चतम स्कोर था. यानी वे फाइनल के पहले एक भी अर्धशतकीय पारी नहीं खेल सके थे और सिर्फ 157 गेंद का सामना किया था. वहीं फाइनल में माधव कौशिक ने 156 गेंद का सामना किया. यानी लिस्ट ए करिअर के लगभग बराबर गेंद उन्होंने फाइनल मैच में खेल डाली. यह उनके क्रिकेट करियर का पहला शतक है. उन्होंने पारी में 15 चौके और 4 छक्के लगाए. मौजूदा विजय हजारे ट्रॉफी सीजन में माधव सिर्फ तीसरा मैच खेल रहे हैं. इसके पहले उन्होंने गुजरात के खिलाफ सेमीफाइनल में 15 रन जबकि दिल्ली के खिलाफ 16 रन बनाए थे.
23 साल के माधव की बात की जाए तो उन्होंने 9 फर्स्ट क्लास मैच में 29 की औसत से 350 रन बनाए. एक अर्धशतक लगाया है. इसके अलावा तीन टी20 मैच में 56 रन बनाए हैं. उप्र की टीम ने 16 साल बाद विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई है. उन्होंने पांच रिकॉर्ड इस तरह हैं-
1- वे फाइनल के टॉप स्कोरर हैं.2- पारी की पहली और आखिरी गेंद खेली.
3- टीम के आधे से ज्यादा रन बनाए.
4- 20 गेंद तक खाता ना खोल पाने के बाद भी 150 रन से बड़ी पारी खेली.
5- फाइनल में जितने रन बनाए, उतने तो पूरे करियर में भी नहीं हैं.