अवैध खनन: 1 एकड़ में 20 क्विंटल उपज लेते थे, क्रेशर मशीन की धूल से उत्पादन हो गया आधा

अवैध खनन: 1 एकड़ में 20 क्विंटल उपज लेते थे, क्रेशर मशीन की धूल से उत्पादन हो गया आधा


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खंडवा5 मिनट पहले

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  • 200 एकड़ में लगी फसल हो रही प्रभावित, धूल से ग्रामीणों की आंखें भी हो रहीं खराब
  • किसान ने 3 खेत मछली पालन के लिए था, अवैध रूप से ब्लास्टिंग, माइनिंग व खदान चल रही

पंधाना ब्लॉक के अंबापाट गांव में जो किसान हर साल एक एकड़ में खेती कर 20 क्विंटल गेहूं, चना, सोयाबीन का उत्पादन लेता था, ब्लास्टिंग, माइनिंग, गिट्‌टी की अवैध खदान से उड़ती हुई धूल से उसका उत्पादन आधा यानी 10 क्विंटल तक सिमट गया। धूल के बारीक कणों से ग्रामीणों की आंखों में भी तकलीफ बढ़ रही है। 200 एकड़ के प्रभावित किसानों ने कलेक्टर से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक में शिकायत की, कार्रवाई नहीं हुई। अंबापाट में 8 महीने पहले गुजरात की कंस्ट्रक्शन कंपनी आशीष इन्फ्रास्ट्रक्चर व एनसीसी ने राजपुर मार्ग पर 3 एकड़ जमीन किराए पर ली।

कंपनी ने खेत के पीछे स्थित लगभग 5 एकड़ सरकारी जमीन पर भी कब्जा कर लिया और गिट्‌टी तैयार करने के लिए यहीं पर ब्लास्टिंग व खुदाई शुरू कर दी। ग्रामीणों के मुताबिक कंपनी ने जो खेत किराए से लिया है वहां पर मत्स्य विभाग द्वारा मछली पालन के लिए तालाब स्वीकृत किया गया है। वहीं जहां खनन किया जा रहा है वह जमीन सरकारी दस्तावेजों में हरे झाड़ के जंगल की है।

किसान दुर्गाप्रसाद चौरे ने बताया गांव में 250 परिवार हैं, जिनमें करीब 900 लोग रहते हैं। इनमें से अधिकतर किसानों के खेत खदान के आसपास ही हैं। जबसे खदान यहां आई है तभी से किसानों की फसलें प्रभावित हो रही हैं। कंपनी के मैनेजर की पकड़ जनपद पंचायत, पंचायत सचिव, जिला खनिज अधिकारी से लेकर ऊपर तक है। कई शिकायतों के बाद भी उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। किसान जब भी शिकायत करते उन्हंे कंपनी के कर्मचारी धमकाते हैं।

23 किमी सड़क में भी अनियमितता : कंपनी द्वारा ग्राम जलकुआं से गुड़ी तक 23 किमी तक सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इस मार्ग पर तीन से चार पुलियाएं अभी तक अधूरी है। साइड शोल्डर भी मुरम से अधूरे भरे गए हैं।

पपीतों पर जम रही धूल, फलों की बढ़वार रुकी
किसान माखनलाल चौरे ने बताया हर साल 12 एकड़ भूमि पर पपीता, गेहूं, चना व सोयाबीन लगाता हूं। पहले 1 एकड़ में 20 क्विं. उत्पादन हो जाता था, लेकिन खदान की धूल से उसका उत्पादन आधा हो गया। खेत में लगे पपीते के फलों पर धूल जम रही है जिससे उनकी बढ़वार रुक गई है।

मत्स्य पालन विभाग के पास हैं यह खदान
जिस खदान पर अवैध खनन हो रहा है, वह रिकार्ड में 2018 से मत्स्य पालन विभाग के पास है। रिकार्ड में ग्राम अंबापाट तहसील खंडवा खसरा नंबर 341 व रकबा 2.50 हेक्टेयर दर्ज है। जिस पर पूर्व में राकेश सैनी खंडवा को पत्थर गिट्‌टी का काम दिया गया था।

इनकी फसलें भी हुई प्रभावित : किसान राकेश चिरोंजीलाल की 6 एकड़, मंशाराम दगड्या की 5 एकड़, सेवंतीबाई की 3 एकड़, रामचरण मंगल की 5 एकड़, हीरालाल राजाराम की 2 एकड़, गुलाब सिंह यादव, बंटी चौरे सहित दो दर्जन से अधिक किसानों की फसलें उड़ती धूल से खराब हो रही हैं।

ये बोले जिम्मेदार

फसल खराब हो रही है, शिकायत में साथ था
^किसानों की फसलें खराब हो रही है। इसकी शिकायत मैंने भी किसानों के साथ जाकर की थी कि उन्हें मुआवजा दिया जाए, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला।
-राजेंद्र पंवार, सचिव, ग्राम पंचायत अंबापाट

सभी की अनुमति है, अवैध काम नहीं कर रहे
^हमारी कंपनी ने अंबापाट में 3 एकड़ में ब्लास्टिंग, माइनिंग, गिट्‌टी की खदान व क्रेशर चलाने की अनुमति खनिज विभाग से ली है। किसान नुकसानी का मुआवजा अधिक मांग रहे थे, इसलिए अभी तक प्रकरण हल नहीं हुआ है। हम कोई अवैध काम नहीं कर रहे।
-अनिल पटेल, प्रबंधक, आशीष इंफ्रास्ट्रक्चर

कौनसी कंपनी काम कर रही मुझे नहीं पता
^अंबापाट में कौनसी कंपनी खनन का काम कर रही है, मेरी जानकारी में नहीं है। इंस्पेक्टर को भेजकर जांच करवा देंगे। -सचिन वर्मा, जिला खनिज अधिकारी

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