वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि जब विराट कोहली का दिन होता है तो वो ये कोशिश करते हैं टीम के लिए मैच खत्म करके ही लौटें. फिर चाहें वो किसी भी फॉर्मेट में बल्लेबाजी कर रहे हों. (Virendra Sehwag/Instagram)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) ने कहा कि ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और ईशान किशन (Ishan Kishan) जैसे युवा खिलाड़ियों को विराट कोहली से सीखना चाहिए कि एक बार क्रीज पर जम जाने के बाद अपना विकेट नहीं गंवाना चाहिए.
सहवाग ने आगे कहा कि जब विराट कोहली का दिन होता है तो वो ये कोशिश करते हैं टीम के लिए मैच खत्म करके ही लौटें. फिर चाहें वो किसी भी फॉर्मेट में बल्लेबाजी कर रहे हों. ये उनकी बल्लेबाजी की सबसे बड़ी खासियत है, जो सचिन से मेल खाती है. उन्होंने कहा कि ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और ईशान किशन (Ishan Kishan) जैसे युवा खिलाड़ियों को विराट से सीख लेनी चाहिए कि एक बार आप क्रीज पर जम जाएं तो फिर अपना विकेट न गंवाए. तेंदुलकर भी इसी सोच के साथ खेलते थे और विराट की बल्लेबाजी में भी यही समानता दिखती है. अब तक खेले 87 टी20 में विराट 22 बार नाबाद लौटे हैं. यानी करियर के एक चौथाई टी20 में वो नॉट आउट रहे हैं और इन सभी मैचों में टीम इंडिया को जीत मिली है.
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ईशान किशन ने अपने डेब्यू टी20 में 28 गेंद पर अर्धशतक लगाया था. वो अच्छा खेल रहे थे और 32 गेंद पर 56 रन बना चुके थे. लेकिन आदिल रशीद के ओवर में दो छक्के लगाने के बाद बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में एलबीडब्ल्यू आउट हो गए. पंत ने भी इसी तरह अपना विकेट गंवाया. वो 13 गेंद पर दो चौके और तीन छक्के लगाकर 26 रन बना चुके थे. लेकिन यहीं वो अपना आपा खो बैठे और क्रिस जॉर्डन की गेंद पर बड़ा शॉट मारने के चक्कर मैं कैच आउट हो गए. सहवाग ने कहा कि पंत जॉर्डन के ओवर में एक छक्का और चौका लगा चुके थे ऐसे में अगर वो सिर्फ स्ट्राइक रोटेट करते और खराब गेंद का इंतजार करते तो मैच जल्दी खत्म हो जाता और वो नाबाद लौटते.