आईपीएल 2021 (IPL 2021) की आधिकारिक पार्टनर बनने वाले डिजिटल ब्रोकरेज फर्म अपस्टॉक्स के 28 लाख ग्राहक हैं. (IPL/Twitter)
देश का तेजी से बढ़ता हुआ डिजिटिल ब्रोकरेज फर्म अपस्टॉक्स (Upstox) अब आईपीएल (IPL) का आधिकारिक पार्टनर होगा. इंडियन प्रीमियर लीग की गवर्निंल काउंसिल (IPL Governing Council) ने मंगलवार को ये जानकारी दी.
इस मौके पर आईपीएल के चेयरमैन बृजेश पटेल ने कहा कि हम आईपीएल 2021 के आधिकारिक साझेदार के रूप में अपस्टॉक्स को लेकर खुश हैं. भारत में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली क्रिकेट लीग आईपीएल, अपस्टॉक्स के साथ मिलकर दर्शकों पर बड़ा प्रभाव पैदा सकती है. खासतौर पर उन लाखों युवा भारतीयों पर जो आर्थिक रूप से स्वतंत्र हैं और अपने पोर्टफोलियो को बेहतर ढंग से संभालने के लिए अधिक विकल्पों की तलाश कर रहे हैं. इस काम में भारत का सबसे तेज डिजिटल-ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अपस्टॉक्स उनके काम आ सकता है.
क्रिकेट के जरिए हम वित्तीय जागरुकता लाएंगे: रवि कुमार
अपस्टॉक्स के को-फाउंडर और सीईओ रवि कुमार ने कहा कि हम आईपीएल 2021 के साझेदार बनकर काफी उत्साहित हैं. भारत में क्रिकेट एक खेल से ज्यादा है. ये हमारी संस्कृति और सामाजिक जीवन का अहम हिस्सा है. इस खेल को करोड़ों लोग पसंद करते हैं. खासतौर पर युवा वर्ग इस खेल से गहरा जुड़ा है. आईपीएल ने पिछले एक दशक में भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा प्रदान की है. ठीक इसी तरह अपस्टॉक्स भी भारत में वित्त क्रांति ला रहा है. यही दोनों के बीच स्वाभाविक संबंध है. खेल और वित्त के इस एकीकरण के साथ, हम पूरे देश में वित्तीय जागरूकता फैलाने का इरादा रखते हैं.डिजिटल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अपस्टॉक्स के 28 लाख ग्राहक
अपस्टॉक्स की शुरुआत भारतीय निवेशकों को ध्यान में रखकर की गई है. इसके जरिए निवेश को आसान और सस्ता बनाने की कोशिश की जा रही है. अपस्टॉक्स के जरिए निवेशक स्टॉक्स, म्युच्यूल फंड, डिजिटल गोल्ड, ईटीएफ में पैसा लगा सकते हैं. फिलहाल 28 लाख ग्राहक इस डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़े हैं.
वीवो आईपीएल का दोबारा टाइटल स्पॉन्सर बना
इससे पहले चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी VIVO की इस सत्र में आईपीएल के प्रायोजक के तौर पर वापसी हुई थी. भारत और चीन के बीच सीमा विवाद के बाद बीसीसीआई को वीवो के साथ अपना करार 2020 सीजन के लिए रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा था. इसके बाद ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म ड्रीम-11 को 2020 सीजन में आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर बनाया गया था. उसने 222 करोड़ रुपये देकर ये अधिकार हासिल किये थे. वीवो ने 2017 में 5 साल के लिए (2017-2022) आईपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिप का करार 2190 करोड़ रुपए में खरीदा था. बोर्ड को हर साल वीवो से 440 करोड़ रुपए मिलते हैं.