छतरपुर-बताया जा रहा है कि पुरानी रंजिश में हत्या की गयी.
Chhatarpur.आरोपी चार साल पहले विजावर उपजेल से फरार हुए थे और उन्हें पुलिस अभी तक गिरफ्तार तक नहीं कर पाई थी. फरारी के दौरान ही उन्होंने इस वारदात को अंजाम दे दिया.
छतरपुर में ब्लॉक अध्यक्ष अध्यक्ष इंद्र प्रताप सिंह परमार की गोली मारकर हत्या कर दी गयी.घटना बड़ा मलहरा की है.परमार आयुष होटल के सामने अपने एक साथी के साथ खड़े हुए थे, तभी अचानक बाइक सवार दो युवक वहां आए और उन पर गोलियों की बौछार कर दी.
हत्या का सीसीटीवी फुटेज
हत्या की पूरी वारदात की तस्वीरें सीटीवी कैमरे में कैद हो गई हैं.फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि जब कांग्रेस नेता अपने एक साथी के साथ खड़े होकर बातचीत कर रहे थे तभी एक बाइक पर सवार दो युवक आए.उनमें से एक बाइक से उतरा और लपक कर उसने इंद्र परमार के सीने में गोली मारी और फिर दौड़कर बाइक पर बैठकर भाग गया.परमार वहीं निढाल होकर गिर पड़े. मौके पर आसपास खड़े लोग उन्हें तत्काल ही नज़दीक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए. हालत गंभीर होने पर परमार को छतरपुर जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया. लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
परिवार ने की तोड़फोड़
परिवार को जैसे ही इंद्र प्रताप सिंह परमार की मौत की खबर मिली उन लोगों ने अस्पताल में हंगामा काट दिया. हॉस्पिटल में तोड़फोड़ कर बाहर खड़े वाहनों में भी तोड़फोड़ मचा दी. वहां तैनात भारी पुलिस बल ने परिवार को समझाने की कोशिश की.लेकिन घटना से आहत परिवारजन हंगामा करते रहे.
रंजिश में हत्या
बताया जा रहा है पुरानी रंजिश के कारण इंद्र प्रताप सिंह परमार की हत्या की गयी.आरोपी चार साल पहले विजावर उपजेल से फरार हुए थे और उन्हें पुलिस अभी तक गिरफ्तार तक नहीं कर पाई थी. फरारी के दौरान ही उन्होंने इस वारदात को अंजाम दे दिया.इस मामले में पुलिस जांच के बाद ही कारण स्पष्ट हो पाएगा.
कांग्रेस ने कहा-ये है जंगलराज
अपने नेता और सहयोगी की हत्या से कांग्रेस सकते में है.पार्टी ने इंद्र प्रताप सिंह परमार की हत्या की तीखी निंदा करते हुए कहा-प्रदेश में जंगल राज चल रहा है.पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया.उन्होंने लिखा-छतरपुर के घुवारा ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष, इन्द्रप्रताप सिंह परमार की हत्या की मैं निंदा करता हूं.उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की. साथ ही लिखा कि पीसीसी चीफ कमलनाथ जी को तत्काल भोपाल से उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल धुवारा भेजना चाहिए. और मुख्यमंत्री से मिल कर अपराधियों को तत्काल गिरफ़्तार कर कड़ी सज़ा दिलाना चाहिए.