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- Carried 95% Advance From The Priest To Save The Car, For The Second Time The Son Was Ill, And Took Two Lakhs.
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जबलपुरएक घंटा पहले
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एसपी से शिकायत करने पहुंचा पीड़ित कमलेश।
- संजीवनी नगर पुलिस ने सीएम हेल्पलाइन और एसपी से शिकायत के बाद दर्ज की FIR
- आरोपी न तो पैसे वापस कर रहा और न ही कार बेचने को तैयार
12 लाख रुपए में कार बेचने का झांसा देकर जालसाज ने एक पुजारी से 2.95 लाख रुपए ठग लिए। 95 हजार रुपए उसने सौदा तय होने पर एडवांस के तौर पर लिए। वहीं, दो लाख रुपए बेटे के बीमार होने का बहाना करके ऐंठ लिए। अब आरोपी न तो कार बेचने को तैयार है और न ही पैसे वापस कर रहा है।
बाजार चौक चिचोली बैतूल निवासी कमलेश शर्मा की रिश्तेदारी खेरमाई वार्ड निवासी दिनेश शर्मा के घर में है। दिनेश शर्मा से उसे पता चला था, सागर कॉलोनी महाराणा प्रताप वार्ड निवासी अमित अग्रवाल अपनी कार 12 लाख रुपए में बेच रहा है। कार खरीदने के लिए कमलेश ने अमित से बात की। वहां सौदा तय हो गया। कमलेश ने एडवांस के तौर पर 95 हजार रुपए ऑनलाइन अमित के खाते में ट्रांसफर कर दिए।
10 दिन में गाड़ी ट्रांसफर करने की बात कही थी
अमित अग्रवाल ने 10 दिन में एनओसी निकाल कर कार ट्रांसफर करने की बात कही। 25 फरवरी को अमित ने बच्चे के एक्सीडेंट की बात कहते हुए दो लाख रुपए और मांगे। बोला कि उसका बेटा बीमार है। कमलेश ने परेशानी सुनकर दो लाख रुपए उसे नकद लाकर दे दिए। अमित ने तीन दिन में लिखा-पढ़ी कराने का आश्वासन दिया।
कार पर पहले से 13 लाख का लोन
इसके बाद भी उसने कार ट्रांसफर नहीं किए। अमित के टालमटोल के बाद कमलेश ने कार के बारे में पता लगाया, ताे पता चला कि उस पर 13 लाख से अधिक लोन पहले से है। उसने अमित से पैसे मांगे, तो अमित ने लौटाने से मना कर दिया। उसने गाड़ी भी नहीं दी। वह थाने पहुंचा, तो शिकायत भी दर्ज नहीं की गई।
CM हेल्पलाइन से मिली मदद
कमलेश ने सीएम हेल्पलाइन में इसकी शिकायत की। कमलेश के मुताबिक उसके घर संजीवनी नगर की पुलिस पहुंची। उसे थाने बुलाया गया। आरोप लगाया कि वहां टीआई ने बंदूक का डर दिखाकर सीएम हेल्पलाइन वापस लेने का दबाव डाला। मंगलवार को कमलेश ने अमित के खिलाफ एसपी की जनसुनवाई में भी शिकायत दी। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर संजीवनी नगर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
एसडीओपी की रिश्वत के नोट गिनने का वीडियो किया था वायरल
अमित अग्रवाल रेत कारोबारी है। इसी ने पाटन के तत्कालीन एसडीओपी एसएन पाठक की रिश्वत लेने वाली वीडियो बनाई थी। इसके बाद संबंध खराब होने पर उसे वायरल कर दिया था। एसडीओपी पाठक को इसके बाद हटना पड़ा था। अब भी ये मामला समाप्त नहीं हुआ है। लोकायुक्त जांच का भी एसएन पाठक को सामना करना पड़ा था।