मंत्री ऊषा ठाकुर बगैर मास्क लगाए ही कार्यक्रमों में भाग ले रही हैं.
ऊषा ठाकुर के तर्क- गोबर के कंडे पर देशी घी से आहुति दें, 12 घंटे सैनिटाइज रहता है घर
मंत्री ऊषा ठाकुर का कहना है कि मैं मास्क इसलिए नहीं पहनती क्योंकि मैं वैदिक जीवन पद्धति का अक्षरश पालन करती हूं, सूर्योदय और सूर्यास्त के समय गाय के गोबर के कंडे पर देशी घी और चावल रखकर आहुति देकर अग्निहोत्र करती हूं. इससे पूरा घर-परिवार का वातावरण 12 घंटे सैनिटाइज रहता है. ये विज्ञान की कसौटी पर कसी हुई बात है.इसके अलावा सूर्यास्त के समय दुर्गा सप्तशती और हनुमान चालीसा का सस्वर पाठ करती हूं, जो प्राणायाम हैं. प्राणायाम और अग्निहोत्र रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं. दोनों समय शंखनाद करती हूं, इससे फेफड़ों की बहुत मजबूत एक्सरसाइज होती है. मुझे लगता है किसी ने एक मिनट तक लगातार शंख बजा लिया तो उसके फेफड़े मजबूत हो जाते हैं. मैं मास्क नहीं पहनती, लेकिन दो गज की दूरी से ही बात करती हूं. इसके बाद भी कोई पास आता है तो मुंह ढंक लेती हूं. इसके लिए मैं गमछा अवश्य रखती हूं. मोदी जी ने भी कहा है कि मास्क लगाओ या गमछा बांधो, इसलिए गमछा रखती हूं.
सांसद लालवानी ने कहा- ऊषा ठाकुर योग करती हैं
शहर में कोई भी कार्यक्रम हो, चाहे बीजेपी की बैठक हो, सरकारी कार्यक्रम हो, जिसमें मंत्री, सांसद, विधायकों के अलावा सरकारी अधिकारी भी मौजूद रहते हैं, मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद,विधायक, अधिकारी सभी मास्क लगाए रहते हैं, लेकिन वे भी मंत्री ऊषा ठाकुर से मास्क लगाने की बात नहीं कह पाते हैं. यहां तक कि सांसद शंकर लालवानी खुद लाचार नजर आते हैं. उनसे जब पूछा गया कि उनके साथ कार्यक्रम में शामिल रहीं मंत्री ऊषा ठाकुर ने मास्क नहीं लगाया था तो उन्होने कहा कि ऊषा ठाकुर दुपट्टा बांधती हैं. वो नीचे आ गया होगा, वो समय समय पर दुपट्टा बांध लेतीं हैं. वे इतना योगा करती हैं, जिससे कोरोना नहीं होता, ऐसा उनका मानना है.
मंत्री के सामने अधिकारी भी बेबस
वहीं ऊषा ठाकुर के मास्क न पहनने से वो आम लोगों के साथ ही कांग्रेस के निशाने पर आ गईं हैं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने तंज करते हुए कहा कि ऊषा ठाकुर की परंपरा को फॉलो करो, कोरोना नहीं होगा. इसलिए ऊषा ठाकुर को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जाना चाहिए कि जो काम विश्व के बड़े-बड़े वैज्ञानिक नहीं कर सकें हैं, पूरा विश्व परेशान है, उसका हल मंत्री जी ने चुटकियों में निकाल दिया है. ऊषा ठाकुर बिना मास्क के घूम रहीं हैं, लेकिन बिना मास्क लगाए निकलने वालों का चालान बना रहे अधिकारी भी कैबिनेट मंत्री के आगे बेबस नजर आ रहे हैं.