कोर्ट में मुंहबोले मामा के उड़े होश: हाईकोर्ट की अनोखी शर्त, बोले- पहले नारी निकेतन की 15 भांजियों की शादी की जिम्मेदारी लो फिर मिलेगी मुंहबोली भांजी की जिम्मेदारी

कोर्ट में मुंहबोले मामा के उड़े होश: हाईकोर्ट की अनोखी शर्त, बोले- पहले नारी निकेतन की 15 भांजियों की शादी की जिम्मेदारी लो फिर मिलेगी मुंहबोली भांजी की जिम्मेदारी


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ग्वालियर7 मिनट पहले

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फाइल फोटो- हाईकोर्ट ने अनोखी शर्त क्या रखी मुंहबोला मामा भांजी को ही भूल गया

  • मुंहबोले मामा के कोर्ट में उड़े होश, आ गया पसीना
  • आखिर में कोर्ट ने कहा कि भांजी बालिग है वह जिसके पास रहना चाहे स्वतंत्र है

नारी निकेतन में रह रही अपनी मुंहबोली भांजी की जिम्मेदारी लेने पहुंचे मुंहबोले मामा के उस समय होश उड़ गए जब कोर्ट ने अजीब और गरीब शर्त रख दी। हाईकोर्ट का कहना था कि नारी निकेतन में और भी लड़कियां रह रही हैं। 15 भांजियों के विवाह की जिम्मेदारी आपको दे रहे हैं। यह सुनकर मुंहबोले मामा के होश उड़ गए। उनके मुंह से कुछ भी शब्द नहीं निकल रहे थे। इसके बाद कोर्ट ने याचिकाकर्ता भांजी को कहा कि आप स्वतंत्र हैं और जिसके साथ जाना चाहे जा सकती हैं।

नारी निकेतन में रह रही एक लड़की ने अधिवक्ता अनूप सिंह के माध्यम से याचिका दायर की थी। अधिवक्ता ने हाईकोर्ट में तर्क दिया कि याचिकाकर्ता 18 साल की बालिग हो चुकी है। अब उसे नारी निकेतन में नहीं रखा जा सकता है। इसलिए उसे नारी निकेतन से रिहा किया जाए। साथ ही उसने अपने मुंहबोले मामा के साथ जाने की इच्छा जाहिर की थी। इस पर हाई कोर्ट ने नोटिस जारी कर उसके परिजन को बुलाया था। शुक्रवार को इस मामले की दिन में तीन बार सुनवाई हुई। परिजन के साथ मुंहबोले मामा छोटेलाल को भी बुलाया गया। कोर्ट में याचिकाकर्ता के माता-पिता, सगे मामा, मुंहबोले मामा-मामी भी उपस्थित हुए। याचिकाकर्ता ने मुंहबोले मामा के साथ जाने के लिए सहमति दी। इस पर छोटेलाल से कोर्ट ने सवाल किया कि आप क्यों साथ ले जाना चाहते हो, मुंहबोला मामा बोला कि मैं अपनी भांजी का विवाह कराऊंगा। कोर्ट ने उनके सामने एक अनोखी शर्त रखी कि आपको नारी निकेतन में रह रही 15 भांजियों का भी विवाह कराना होगा। इस शर्त को सुनकर मुंहबोले मामा के होश उड़ गए।

मां-पिता के साथ जाने से किया मना

मामा की बोलती बंद होने के बाद कोर्ट ने लड़की से कहा कि आप अपने माता-पिता के साथ जा सकती हो। लड़की ने मना कर दिया। वह स्वतंत्र रहना चाहती है। कोर्ट ने उसकी मांग को स्वीकारते हुए स्वतंत्र कर दिया और नारी निकेतन से उसे रिहा करने के आदेश दिए।

यह है पूरा मा मला

एक 17 वर्ष 6 माह उम्र की नाबालिग ने डायल 100 पर फोन कर सूचना दी थी कि वह पढ़ना चाहती है, लेकिन उसके माता-पिता जबरदस्ती विवाह करना चाहते हैं। इस पर वह घर से निकल आई है। पनिहार पुलिस नाबालिग को अपने साथ ले आई और जिला प्रशासन के सामने मामले को रखा। जिला प्रशासन ने अगस्त 2020 को उसे नारी निकेतन भेज दिया था। अब जब लड़की बालिग हो गई तो उसने बाहर स्वतंत्र रूप से रहने की इच्छा जताई। इस दौरान परामर्श के दौरान उसने अपने मुंहबोले मामा छोटेलाल के साथ रहने की इच्छा जताई थी।

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