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जबलपुर10 मिनट पहले
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ग्वारीघाट में दोनों दोस्तों का एक साथ हुआ अंतिम संस्कार।
- ग्वारीघाट में गुरुवार देर रात हुए एक्सीडेंट में दो दोस्तों की मौके पर ही हो गई थी मौत
- पीएम के बाद दोनों दोस्तों का हुआ एक साथ अंतिम संस्कार
ग्वारीघाट में गुरुवार को बाइक रेस में जान गंवाने वाले हर्षित और शंभू जिगरी दोस्त थे। हादसे के समय एक ही बाइक पर सवार थे। दोनों के घर भी एक ही मोहल्ले में था। शाम को दोनों की अर्थी एक साथ निकली तो लोग पूरे मोहल्ले में मातम पसर गया। दोनों दोस्तों का एक साथ ग्वारीघाट में अंतिम संस्कार हुआ। हर्षित परिवार का इकलौता बेटा था। वहीं शम्भू 10वीं में पढ़ता था। 30 अप्रैल से उसकी बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने वाली थीं।
रेस में गंवा दी 2 दोस्तों ने जान:बर्थडे पार्टी के बाद एक-दूसरे से आगे निकलने की थी होड़
आमनपुर कुलियाना मोहल्ला निवासी हर्षित उर्फ हर्ष (17) परिवार का इकलौता बेटा था। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। बेटे की मौत के बाद से ही पिता भवानी प्रसाद और मां बबीता बर्मन का रो-रो कर बुरा हाल है। पिता भवानी प्रसाद ने बताया कि बेटा घर से रात में बोलकर निकला था कि आमनपुर में दोस्त अमन के जन्मदिन पार्टी में जा रहा है। लौटने में रात हो जाएगी। मुझे क्या पता था कि मेेरा बेटा अब कभी नहीं लौटेगा। गुरुवार रात एक बजे फोन पर एक्सीडेंट की सूचना मिली थी।
मां पापड़ बेचकर शम्भू को पढ़ा रही थी
कुलियाना मोहल्ला निवासी शम्भू उर्फ समीर झारिया (18) दो भाइयों में छोटा था। वह 10वीं में पढ़ता था। उससे बड़ा साहिल झारिया है। समीर के पिता राजेश हत्या के मामले में जेल में बंद है। घर में मां गोराबाई पापड़ बनाकर बेटे को पढ़ा लिखा रही थी। उसकी मौत की खबर सुनकर मां बदहवासी की हालत में पहुंच गई है।

दोनों का एक साथ निकली शव यात्रा।
एक साथ निकली दोनों दोस्तों की अर्थी, पूरे मोहल्ला गमगीन
आमनपुर कुलियाना मोहल्ले में रहने वाले दोनों दोस्तों की मौत से सभी गमजदा हैं। पूरे मोहल्ले में किसी के घर चूल्हा नहीं जला। दोपहर बाद दोनों का शव घर लाया गया। इसके बाद एक साथ उनकी शव यात्रा निकली। दोनों दोस्तों का शव ग्वारीघाट ले जाया गया। वहां दोनों की अलग-अलग अंतिम संस्कार हुआ।

परिवार के इकलौते बेटे हर्ष उर्फ हर्षित बर्मन (17) की हादसे में हुई मौत।

समीर उर्फ शम्भू झारिया (18) दो भाईयों में छोटा था।