गेहूं पंजीयन में भी फर्जीवाड़ा: जबलपुर में 712 किसानों का पंजीयन निरस्त, ऑनलाइन पंजीयन में सबसे अधिक फर्जीवाड़ा मिला

गेहूं पंजीयन में भी फर्जीवाड़ा: जबलपुर में 712 किसानों का पंजीयन निरस्त, ऑनलाइन पंजीयन में सबसे अधिक फर्जीवाड़ा मिला


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जबलपुर4 मिनट पहले

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गेहूं की फसल लगभग पक कर तैयार हो चुकी है।

  • जिले में 63 हजार 354 किसानों ने गेहूं खरीदी के लिए कराया था पंजीयन
  • अभी तक 43 हजार 860 किसानों का ही हो पाया है सत्यापन, चार मापदंडों पर किया गया था सत्यापन

समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए पंजीयन कराने में भी फर्जीवाड़ा सामने आया है। इसके पहले धान खरीदी में भी इसी तरह से फर्जीवाड़ा पकड़ा गया था। जिले में कुल 63 हजार 354 किसानों ने गेहूं खरीदी का सत्यापन कराया है। इसमें अब तक 43 हजार 860 किसानों का सत्यापन हो चुका है। सत्यापन में 712 किसान फर्जी मिले। सभी के पंजीयन निरस्त कर दिए गए। शेष बचे किसानों का भी सत्यापन कार्य जारी है।

जानकारी के अनुसार समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी के लिए फरवरी में सत्यापन कराया गया था। किसानों ने एमपी किसान एप, उपार्जन एप, खरीदी केंद्र आदि माध्यमों से सत्यापन कराया था। जिले में कुल 63 हजार 354 किसानों ने पंजीयन कराया था। वहीं 9 हजार 993 किसानों ने चना, एक हजार 297 किसानों ने मसूर और 129 किसानों ने सरसों की खरीदी के लिए पंजीयन कराया था। जिले में चना, सरसों व मसूर की खरीदी 22 मार्च से शुरू हो रही है। जबकि गेहूं की खरीदी एक अप्रैल से होगी।
चार मापदंडों पर कराया गया सत्यापन
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के मुताबिक एसडीएम और तहसीलदारों से जिले 43 हजार 860 किसानों का सत्यापन कराया गया। कुल चार मापदंडों पर सत्यापन कराया गया। इसमें पहला एेसे किसान, जिनका रकबा पिछले वर्ष की तुलना में 50 प्रतिशत ज्यादा बढ़ा था। वहीं दूसरा एमपी किसान ऐप और उपार्जन एप पर पंजीयन कराने वाले किसान शामिल थे।

तीसरा सिकमी पर गेहूं की फसल लगाने वाले किसान थे। वहीं चौथा ऐसे किसान जिसने चार हेक्टेयर से अधिक रकबे में गेहूं बोने का पंजीयन कराया था। पहली श्रेणी में 4909, दूसरी में 20171, तीसरी 7310 और चौथी श्रेणी 10513 किसानों का पंजीयन किया गया है।
सत्यापन के बाद घट गया रकबा
एडीएम राजेश बाथम के मुताबिक सत्यापन में 712 किसान का पंजीयन निरस्त किया गया है। ये फर्जी तरीके से सत्यापन कराए थे। इनका कोई भौतिक रिकॉर्ड नहीं मिला। पांच हजार 838 हेक्टेयर क्षेत्रफल घट गया। सबसे अधिक 280 पंजीयन शहपुरा में निरस्त हुआ है। वहीं कुंडम में 179 पंजीयन निरस्त किया गया।

इस तरह सत्यापन के बाद तहसील वार पंजीयन हुआ निरस्त
तहसील सत्यापन निरस्त
मझौली 10019 49
पाटन 9580 74
सिहोरा 6846 11
शहपुरा 6216 280
पनागर 5875 69
जबलपुर 3005 32
कुंडम 937 179
गोरखपुर 517 00
अधारताल 337 18
रांझी 185 00

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