टेस्ट और टी20 सीरीज जीतने के बाद टीम इंडिया वनडे सीरीज भी जीतना चाहेगी. (PIC:AP)
टीम इंडिया (Team India) ने टी20 सीरीज (India vs England) में नए खिलाड़ियों को माैका दिया. टी20 वर्ल्ड कप से पहले टीम इंडिया का यह प्रयोग सफल कहा जा सकता है.
टीम इंडिया को सीरीज के पहले मैच में हार मिली थी. इसके बाद दूसरे मैच में टीम ने दो बदलाव किए. ईशान किशन और सूर्यकुमार को इंटरनेशनल डेब्यू करने का मौका मिला. इस मैच में ईशान किशन ने बताैर ओपनर अर्धशतकीय पारी खेली और टीम को जीत दिलाई. पहले दो मैच में रोहित नहीं उतरे थे. अंतिम तीन मैच में मौका मिला. निर्णायक मैच में अर्धशतकीय पारी खेलकर जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. पहले तीन मैच में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल सिर्फ 3 विकेट ले सके और उनकी इकोनॉमी 10 के आस-पास रही. सीरीज के चौथे मैच में सूर्यकुमार यादव ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेलकर जीत दिलाई थी. अंतिम मैच में भी उन्होंने आक्रामक पारी खेली थी.
टीम इंडिया की ओर से 7 खिलाड़ियों ने सभी 5 मैच खेले
टीम इंडिया ने चौथे टी20 मैच में चहल की जगह राहुल चाहर को मौका दिया. चाहर ने इस मैच में 35 रन देकर दो विकेट लिए और अपनी वापसी को सही साबित किया. अंतिम मैच में केएल राहुल की जगह बाएं हाथ के तेज गेंदबाज टी नटराजन को मौका मिला. राहुल 4 मैच में सिर्फ 15 रन बना सके. नटराजन को अंतिम मैच में एक विकेट मिला. टीम इंडिया की ओर से 7 खिलाड़ी सभी 5 मैच में उतरे. इनमें कप्तान विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, हार्दिक पंड्या, ऋषभ पंत, शार्दुल ठाकुर, वॉशिंगटन सुंदर और भुवेनश्वर कुमार शामिल हैं.यह भी पढ़ें: IND vs ENG: विराट कोहली के एक फैसले से कई बड़े खिलाड़ियों पर खतरा, 7 महीने बाद टी20 वर्ल्ड कप
इंग्लिश टीम की प्लानिंग खराब रही, सिर्फ एक मैच में किया बदलाव
इंग्लिश टीम ने सीरीज में 12 खिलाड़ियों को आजमाया. टीम ने सिर्फ दूसरे टी20 में मार्क वुड की जगह टॉम करेन को मौका दिया था. टीम ने हार के बाद भी टॉप-4 के बल्लेबाजी क्रम में बदलाव नहीं किया. इस कारण बेन स्टोक्स का टीम पूरा फायदा नहीं उठा सकी. सैम करेन को भी लक्ष्य का पीछा करते समय ऊपर भेजा जा सकता था. इसके अलावा पांचवें गेंदबाज के तौर पर बेन स्टोक्स और सैन करेन पर अधिक भरोसा किया गया. मोईन अली को एक भी मैच में मौका नहीं मिला. भारतीय पिचों पर उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है.