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- Asked Questions Related To Geography, Minerals And Farming, The Students Said It Was Simple, But It Was Not Expected That So Many Questions Related To M.P.
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जबलपुर16 मिनट पहले
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एमपी पीएससी की परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों ने मिली-जुली प्रतिक्रिया व्यक्ति किए। किसी के लिए सवाल सरल थे, तो कुछ ने टफ बताया।
- शहर में चार परीक्षा केंद्रों पर हुई MPPSC की मुख्य परीक्षा
- परीक्षा कक्ष के बाहर ही अभ्यर्थियों से उतरवा लिए गए थे बेल्ट, जूते
MPPSC में सबसे अधिक सवाल एमपी के बारे में पूछे गए। परीक्षा में एमपी से जुड़े सवालों में सिवनी सत्याग्रह, भीमा नायक, दत्तक प्रथा, बिल ऑफ राईट्स, बाड़ाबांदी आंदोलन, मध्य प्रदेश में स्थित उदयगिरी की गुफाओं की प्रमुख विशेषताएं, अमरकंटक की धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व, चम्बल नदी के उद्गम स्थल के नाम, क्षेत्रफल की दृष्टि से एमपी की तीन प्रमुख फसलो के नाम, सतपुड़ा पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी का नाम, एमपी में जनसंख्या के घनत्व , एमपी की वर्षा, सोयाबीन फसल, मैगनीज, एमपी को भौतिक विभागों में वितरण, एमपी के सीमेंट उद्योग, एमपी में कृषि आधारित उद्योग, एमपी में अनुसूचित जनजातियों के वितरण का वर्णन जैसे अधिकतर सवाल शामिल थे। छात्रों ने कहा कि एमपी से संबंधित इतने सवालों की उम्मीद नहीं थी।
MPPSC की मुख्य परीक्षा में पहला पेपर सामान्य अध्ययन का था, तो दूसरा पेपर हिस्ट्री का रहा। तीन घंटे के पेपर में कुल 300 अंक के सवाल पूछे गए थे। जबलपुर में कुल चार परीक्षा केंद्रों पर सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक परीक्षा आयोजित कराए गए। परीक्षा कक्ष में प्रवेश से पहले सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बनाए गए गोले के अनुसार सभी के सघन जांच के बाद अंदर जाने दिया गया। जूते, मोजे और बेल्ट तक उतरवा लिए गए थे।
कुछ के लिए सरल ताे कुछ ने बताया कठिन और समय की कमी
परीक्षा देकर निकले रीवा निवासी सनी द्विवेदी ने बताया कि पेपर सरल थे, लेकिन टाइम अधिक लग गया। एमपी का पेपर था, तो एमपी के बारे में अधिक सवाल किए गए थे। राशि सिकरवार के मुताबिक इस पर परीक्षा का नया पैटर्न था। उत्तर कॉपी में ही सवाल प्रिंट था, इस कारण समय पर पेपर हो गया। हर बार सवाल छूट जाते थे।

राशि सिकरवार ने कहा कि औरों का तो नहीं पता, लेकिन मेरे तो सारे सवाल समय पर हल हो गए।
एमपी के भूगोल, कृषि से जुड़े सवाल अधिक पूछे गए। हिस्ट्री के तीन नंबर वाले सवाल थोड़े कठिन थे। पर ओवऑल परीक्षा देने में मजा आ गया। प्रतियोगिता टफ होगा। छात्र विवेक त्रिपाठी के मुताबिक सवाल टफ थे। सबसे मुश्किल टाइम मैनेज करने का था। कई सवाल छूट गए।
जिले में चार सेंटर पर आयोजित हुई परीक्षा
शा. उच्च माध्यमिक शाला अधारताल कंचनपुर, शासकीय महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज, शासकीय मोहनलाल हरगोविंददास गृह विभाग एवं विज्ञान महिला महाविद्यालय और पंडित लज्जा शंकर झा मॉडल उत्कृष्ट उच्च माध्यमिक विद्यालय में सुबह दस बजे से दोपहर एक बजे तक परीक्षा आयोजित हुई।
खुद के साधन से पहुंचे थे अभ्यर्थी
MPPSC परीक्षा के लिए वैसे तो प्रशासन की ओर से मेट्रो बसों और ऑटो की व्यवस्था की गई थी, लेकिन अधिकतर अभ्यर्थी खुद के साधन से पहुंचे थे। आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में युवक-युवती परीक्षा देने पहुंचे थे। सुबह नौ बजे तक ही सभी को प्रवेश करने का निर्देश दिया गया था। कोरोना गाइडलाइन के अनुसार सभी को परीक्षा हॉल में प्रवेश दिया गया। अंदर की बैठक व्यवस्था में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया।

परीक्षा केंद्रों पर रोल नंबर देखते हुए अभ्यर्थी।

परीक्षा हॉल में जाने से पहले इस तरह सोशल डिस्टेंसिंग का करना पड़ा पालन।

हाेमसाइंस कॉलेज गेट के बाहर तक लंबी लाइन में एक-एक अभ्यर्थी की तलाशी लेने के बाद अंदर प्रवेश दिया गया।