कोरोना संक्रमण फिर खतरा: ग्वालियर व्यापार मेला होगा सीमित, संक्रमण को रोकने किया जाएगा क्राउड मैनेजमेंट

कोरोना संक्रमण फिर खतरा: ग्वालियर व्यापार मेला होगा सीमित, संक्रमण को रोकने किया जाएगा क्राउड मैनेजमेंट


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ग्वालियरएक घंटा पहले

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कोविड को रोकने मेला में क्राउड मैनेजमेंट को अपनाया जाएगा, लेकिन झूला सेक्टर में सैकड़ो की संख्या में लोग रहते हैं वहां सोशल डिस्टेंस का पालन कराना चुनौती रहेगा

  • क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में लिए गए निर्णय
  • मेला में कड़े होंगे नियम, जांच के लिए बढ़ाए जाएंगे दस्ते

ग्वालियर व्यापार मेला कोरोना संक्रमण के चलते समेटा नहीं जाएगा, लेकिन मेला को सीमित करने पर सहमति बन गई है। साथ ही मेला में संक्रमण को रोकने के लिए क्राउड मैनेजमेंट किया जाएगा। व्यापारियों से भी वन टू वन बात की जाएगी। जो व्यापारी मेला से बीच में ही जाना चाहते हैं उन्हें जाने की स्वतंत्रता रहेगी। सोमवार को क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। जिले की क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक से पहले CM शिवराज सिंह ने VC (वीडिया कॉन्फ्रेसिंग) में घोषणा की थी कि जिन-जिन जिलों या शहरों में कोविड संक्रमित की संख्या 20 से ज्यादा है वहां मेला की अनुमति नहीं होगी।

सोमवार को कोरोना को लेकर गाइड लाइन जारी की गई है। इसके लिए कलेक्ट्रेट में क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक भी बुलाई गई थी। बैठक में सबसे ज्यादा चर्चा ग्वालियर व्यापार मेला को लेकर हुई है। 80 फीसदी सदस्य इस बात पर सहमत थे कि 27 मार्च तक मेला को समाप्त कर दिया जाए, क्योंकि सीएम, गृहमंत्री और MESE मंत्री ने भी स्पष्ट कहा था कि जिन शहरों या जिलों में 20 से अधिक कोविड संक्रमित मिल रहे हैं वहां मेला की अनुमति नहीं दी जा सकती है। साथ ही यह भी कहा था कि ऐसे जिलों में वहां क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक कर खुद फैसला करें। पर मेला को 27 मार्च को ही समाप्त करने में व्यापारी सहमत नहीं थे। MPCCI (मध्य प्रदेश चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री) के मानसेवी सचिव डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि व्यापारी हमेशा सॉफ्ट टारगेट होते हैं। मेला से कोरोना फैल रहा है तो कभी भी बंद कर दो, पर इससे व्यापारियों का नुकसान होगा। इससे ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह भी सहमत नजर आए। इसके बाद फैसला लिया गया कि मेला को सीमित किया जाएगा।

व्यापारियों से बात करेगा प्रशासन

मेला को लेकर यह तय हुआ है कि अब व्यापारियों से जिला प्रशासन बात करेगा। जो व्यापारी व्यवसाय न चलने से परेशान हैं या मेला छोड़कर जाना चाहते हैं। उन्हें जाने के लिए स्वतंत्रता दी जाएगी। साथ ही मेला में व्यापारियों को मास्क, सोशल डिस्टेंस व सेनिटाइजर के लिए समझाइश दी जाएगी। जिला प्रशासन जल्द से जल्द मेला को समाप्त करने के लिए बातचीत करेगा।

संक्रमण को रोकने क्राउड मैनेजमेंट

जिला प्रशासन ने तय किया है कि मेला समाप्त नहीं होगा तो भीड़ के बीच कोरोना संक्रमण को रोकने क्राउड मैनेजमेंट के प्लान पर काम किया जाएगा। इसमें मेला के गेट और अंदर झूला सेक्टर सहित ऐसे सभी सेक्टर जहां भीड़ रहती है वहां वॉलेंटियर को खड़ा कर भीड़ एकत्रित होने से रोकी जाएगी।

एक सप्ताह तक सुबह 11 और शाम को 7 बजे बजेगा सायरन

कोरोना की रोकथाम और लोगों को मास्क, सोशल डिस्टेंस व सेनिटाइजर के प्रति संवेदनशील बनाने के उद्ददेश्य से मंगलवार 23 मार्च से एक सप्ताह तक रोज सुबह 11 बजे और शाम 7 बजे सायरन बजाया जाएगा। इस सायरन के बजते ही अधिकारी, आम लोग जहां हैं वहीं तत्काल कोविड के पूरे नियमों का पालन करेंगे। साथ ही अपनी-अपनी सेल्फी लेकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल करेंगे। इसका मकसद सिर्फ इतना है कि कोविड गाइड लाइन के प्रति लोग संवेदनशील हो सकें।

पुलिस, एम्बुलेंस, बैंक के सायरन बजेंगे

मंगलवार को 11 बजे एक साथ शहर के सभी पुलिस वाहनों, एम्बुलेंस, बैंक के भवनों पर लगे सायरन बजेंगे। इसके लिए प्लानिंग कर जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। ऐसे क्षेत्र जहां बैंक या अन्य ऐसा कोई भवन नहीं है जहां सायरन लगे हैं वहां थाना पुलिस के वाहन खड़े किए जाएंगे।

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