जिस सॉफ्ट सिग्नल के कारण सूर्यकुमार आउट हुए थे, उससे तमीम इकबाल बाल-बाल बचे

जिस सॉफ्ट सिग्नल के कारण सूर्यकुमार आउट हुए थे, उससे तमीम इकबाल बाल-बाल बचे


न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज काइल जेमिसन ने तमीम इकबाल का कैच पकड़ा था. फील्ड अंपायर ने सॉफ्ट सिग्नल आउट दिया था. लेकि थर्ड अंपायर ने ये फैसला बदल दिया. (Fox Sports twitter)

न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के बीच क्राइस्टचर्च में हो रहे दूसरे वनडे के दौरान तमीम इकबाल (Tamim Iqbal) को नॉट आउट देने के थर्ड अंपायर के फैसले के बाद फिर से सॉफ्ट सिग्नल (Soft Signal Controversy) पर बहस तेज हो गई है. दरअसल, कीवी गेंदबाज काइल जेमिसन (Kyle Jamieson) ने इकबाल कैच पकड़ा था. लेकिन थर्ड अंपायर ने गेंद के जमीन से टकराने का हवाला देकर फील्ड अंपायर के फैसले को पलट दिया.

नई दिल्ली. न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के बीच क्राइस्टचर्च में खेले जा रहे दूसरे वनडे (New Zealand vs Bangladesh ODI) के दौरान कीवी गेंदबाज काइल जेमिसन (Kyle Jamieson) के एक कैच को लेकर विवाद खड़ा हो गया. ये वाकया बांग्लादेश की पारी के 15वें ओवर में हुआ. ये ओवर जेमिसन फेंक रहे थे. ओवर की पांचवीं गेंद पर बांग्लादेशी बल्लेबाज तमीम इकबाल ने जेमिसन की तरफ एक शॉट खेला. गेंद में हवा में थी और 6 फुट 8 इंच ऊंचे कद के इस गेंदबाज ने आगे डाइव लगाते हुए दोनों हाथों से कैच पकड़ लिया. लेकिन नीचे गिरते ही उनका हाथ जमीन से टकरा गया. फील्ड अंपायर ने सॉफ्ट सिग्नल में तमीम इकलाब (Tamim Iqbal) को आउट करार दिया. लेकिन जेमिसन ने कैच सही से पकड़ा था या नहीं, ये जांचने के लिए उन्होंने थर्ड अंपायर क्रिस जैफेनी से मदद मांगी और उन्होंने तमीम को जीवनदान दे दिया.

थर्ड अंपायर के इस फैसले के बाद सॉफ्ट सिग्नल को लेकर फिर बहस तेज हो गई. क्योंकि इसी तरह के एक फैसले की वजह से इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) को आउट दिया गया था. जबकि तमीम इकलाब खुशकिस्मत रहे और उन्हें खेलना का मौका मिल गया. अब सवाल ये खड़ा होता है कि जब नियम एक है तो फिर उसके लागू करने के तरीके कैसे दो हो सकते हैं?. दरअसल सूर्यकुमार का कैच जब फील्डर ने पकड़ा था तो गेंद जमीन से लगी थी. ये टीवी रीप्ले में भी नजर आया था. लेकिन थर्ड अंपायर वीरेंद्र शर्मा इसे नजरअंदाज कर गए और सूर्यकुमार को वापस लौटना पड़ा था. इस फैसले के बाद सॉफ्ट सिग्नल नियम की काफी आलोचना हुई थी. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने खुद एक दिन पहले कहा था कि इस लेकर बहुत कन्फ्यूजन है और जल्द ही इसमें बदलाव होना चाहिए.

सॉफ्ट सिग्नल होता क्या है? सॉफ्ट सिग्नल के तहत जब फील्ड अंपायर अपने फैसले को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं होता है तो वो उसे थर्ड अंपायर को देता है. टीवी अंपायर कैमरे के हर एंगल को परखने के बाद अपना फैसला देता है. अगर थर्ड अंपायर भी अपने फैसले को लेकर कन्फ्यूज रहता है, तो वो फील्ड अंपायर के साथ जाता है और अगर वो ठोस नतीजे पर पहुंच जाता है तो फिर फील्ड अंपायर का फैसला पलट सकता है. तमीम इकबाल के मामले में ऐसा ही हुआ. थर्ड अंपायर को पक्का यकीन था कि जेमिसन के कैच पकड़ने के बाद गेंद जमीन से छू गई थी. टीवी रीप्ले में भी ये नजर आया था. इसलिए थर्ड अंपायर ने जेमिसन के कैच को सही नहीं पाया. हालांकि, उनके इस फैसले पर बहस होने लगी. कोई इसे मूर्खतापूर्ण बताने लगा तो कोई नियमों के तहत सही ठहरा रहा है.

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थर्ड अंपायर ने नियमों के तहत तमीम को नॉट आउट करार दिया
क्रिकेट के नियम वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC)के रूल 33.3 जोकि कैच पकड़ने से जुड़ा है के मुताबिक, एक कैच तब पूरा होता है. जब पहली बार गेंद फील्डर के संपर्क में आती है और कैच पकड़ने के बाद उसका गेंद और अपने शरीर पर पूरा नियंत्रण होता है. टीवी अंपायर ने इसी नियम को आधार बनाते हुए तमीम को नॉट आउट करार दिया. क्योंकि कैच पकड़ने के बाद जेमिसन गेंद के साथ शरीर को पूरे नियंत्रण में नहीं रख पाए.

तमीम ने जीवनदान का फायदा उठाते हुए अर्धशतक लगाया
इस जीवनदान का फायदा उठाते हुए तमीम ने मैच में अपना अर्धशतक पूरा किया. ये न्यूजीलैंड के खिलाफ उनकी छठी फिफ्टी थी. हालांकि वो इसे शतक में नहीं तब्दील कर पाए और 78 रन बनाकर रन आउट हो गए.








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