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- Indore Lockdown News; Coronavirus Is Completely Different From Last Year, Says Collector Manish Singh
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इंदौर3 मिनट पहले
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कलेक्टर मनीष सिंह और डीआईजी मनीष कपूरिया ने प्रेस से बात की।
शहर को लॉकडाउन से बचाने के लिए अभी कुछ और पाबंदियों की जरूरत है। अभी ढील देकर बाद में लॉकडाउन लगाने से अच्छा है अभी सख्ती करना। यह पिछले साल से बिल्कुल अलग तरह का वायरस है। यह तेजी से फैल रहा है। कोरोना से सिर्फ और सिर्फ दो तरीके से बचा जा सकता है, पहला वैक्सीनेशन और दूसरा मास्क। इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन भी बहुत जरूरी है। यह बात कलेक्टर मनीष सिंह ने बुधवार को प्रेस सेे मिलिए कार्यक्रम में कही। उनके साथ डीआईजी मनीष कपूरिया भी मौजूद रहे।
कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा जागरूकता के लिए खुद कल मुख्यमंत्री इंदौर आए थे। सबसे महत्वपूर्ण है मास्क लगाना। वह भी ठीक ढंग से लगाना। यहां प्रतिष्ठान बहुत हैं, इसलिए दुकानों के बाहर गोले बनाना जरूरी है। सैनिटाइजेशन बहुत जरूरी है। यह वायरस मुंह और नाक से ही भीतर प्रवेश करता है। नाक के नीचे जो भी मास्क पाया जाएगा, उस पर 200 रुपए का फाइन किया जाएगा।
कलेक्टर ने कहा – वैक्सीनेशन बहुत जरूरी है, गंभीर बीमारी वाले 45 से ऊपर और 60 साल से ऊपर सभी का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इंदौर में वैक्सीनेशन डेढ़ सौ सेंटरों पर चल रहा है। बुधवार से निगम के सभी 19 जोनों में भी वैक्सीनेशन शुरू कर दिया गया है। केवल आधार कार्ड लेकर जाना है वैक्सीनेशन हो जाएगा। पहला डोज लगने के 15 से 20 दिन में ही एंडीबॉडी डेवलप हो रही है जो कोरोना से हमें सुरक्षित रखेगी। यह वायरस नए रूप में आया है। अन्य वायरस की तरह यह वायरस भी ट्रेवल करता रहेगा। इसलिए वैक्सीनेशन के जरिए सुरक्षा कवच बॉडी के अंदर बनाना बहुत जरूरी है।
इंदौर में सबसे पहले होम आइसोलेशन का सिस्टम स्थापित हुआ
होम आइसोलेशन का कंट्रोल रूम सबसे पहले इंदौर में ही स्थापित हुआ था। सबसे सफलतम रूप से इंदौर में ही पेशेंट की मॉनीटरिंग हो रही है। डेली दो से चार बार पेशेंट की जानकारी ली जा रही है। दो बार कॉल कर और दो बार वीडियो काॅल के जरिए पेशेंट की स्थिति का जायजा लिया जाता है। अभी 1800 पेशेंट हैं। इसमें से कभी 35 तो कभी 50 लोगों की अस्पताल में जाने की स्थिति बना रही है। इंदौर में अस्पताल की कैपेसिटी काफी ज्यादा है, इस कारण इसे आराम से मैनेज किया जा रहा है।
अभी फुल लॉकडाउन लगाने जैसी काेई बात नहीं
उन्होंने कहा अभी संडे लॉकडाउन किया गया है, साथ ही नाइट कर्फ्यू लागू है। सामाजिक, धार्मिक सहित सभी प्रकार के आयोजनों पर प्रतिबंध है। गेर पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया गया है। कुछ और सख्ती की जरूरत पड़ेगी, लेकिन फुल लॉकडाउन जैसी स्थिति निर्मित नहीं होगी। हमारी कोशिश है कि कर्मशियल, औद्योगिक गतिविधि बंद नहीं हो और लोगों का रोजगार नहीं जाए। कुछ-कुछ एक्टिविटी पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत पड़ सकती है। हालांकि लाॅकडाउन के संबंध में शासन स्तर पर निर्णय होते हैं। परिस्थितियों को देखकर कुछ भी निर्णय हो सकता है।
होली पर सामूहिक आयोजन नहीं
इंदौर में बेड की स्थिति को लेकर कहा कि एमटीएच, एमआर टीबी, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में ही 1000 से ज्यादा बेड हैं। अभी वहां तीन से चार सौ लोग भर्ती हैं। डेढ़ सौ बेड अरबिंदो में हैं। यह वे बेड हैं जो गरीबों के लिए हैं। अभी के हालात में होली पर सामूहिक आयोजन शहर के लिए हितकारी नहीं है। इस समय जिस तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है, और उसकी रफ्तार और तेज ही हो रही है, ऐसे में इस प्रकार के आयोजन उचित नहीं रहेगा। कारण हमें शहर को लॉकडाउन से बचाना है। इसलिए हम सख्ती कर रहे हैं।