पति की हैवानियत: पत्नी के कुल्हाड़ी से दोनों हाथ काटे- पीड़िता ने बताई आपबीती रात में जंगल लकड़ी लेने गए, पूछा कहां से काटे, हमने कहां ऊपर से काट लो। उन्हाेंने लकड़ी नहीं हमें ही काट दिया

पति की हैवानियत: पत्नी के कुल्हाड़ी से दोनों हाथ काटे- पीड़िता ने बताई आपबीती रात में जंगल लकड़ी लेने गए, पूछा कहां से काटे, हमने कहां ऊपर से काट लो। उन्हाेंने लकड़ी नहीं हमें ही काट दिया



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भोपाल5 मिनट पहले

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  • पांच साल पहले परिवार के शादी समारोह में हुई थी दोनों की मुलाकात, 8 जनवरी 2021 को कोर्ट से की लव मैरिज
  • शादी के 15 दिन बाद ही किसी से बात करने की बात कह कर चरित्र पर करने लगा था शक

सागर में एक व्यक्ति ने चरित्र शंका के चलते कुल्हाड़ी से अपनी पत्नी के दोनों हाथ काट दिए। मंगलवार को पीड़िता का ससुर नारायण सिंह उसकी बहू को लेकर हमीदिया अस्पताल पहुंचा। यहां डॉक्टरों की टीम ने 9 घंटे चले ऑपरेशन में उसके दोनों हाथ जोड़े। डॉक्टरों ने दो से तीन दिन बाद हाथ के काम करने का पता चलने की बात कही है। पीड़िता 20 वर्षीय आरती ने उस रात की आपबीती बताई। पीड़िता ने बताया कि मेरे पति शादी के 15 दिनों बाद से ही झगड़ा करने लगा था। सोमवार रात को सब लोग खाना खां कर सो गए थे। रात के करीब 11 बज रहे होंगे। रणधीर ने जंगल चल कर लकड़ी लाने की बात कही। मैंने कहा कि इतनी रात को क्यों? कल सुबह चलेंगे। रणधीर ने कहा कि लकड़ी कटी रखी बस उठा कर लाना है। हम लोग गए तो गांव में नदी के पुल के आगे जाकर कहा कि हम बीड़ी पी लेते है। मैंने कहा कि हां पी लो। फिर मुझसे बोला कि कहां से काटे। हमने कहां ऊपर से काट लो। उन्हाेंने लकड़ी की जगह मुझ पर ही कुल्हाड़ी से वार करना शुरू कर दिया। मेरे दोनों हाथ लहूलुहान हो गए और मैं जमीन पर गिर पड़ी। रणधीर दूर चला गया। इस बीच सड़क से कार व एक ट्रक निकला। उनको मैंने रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मुझे नहीं देखा। मेरा पति मुझे देखकर दोबारा मेरी तरफ आया। मैं बेहोश होने का नाटक कर जमीन पर गिर पड़ी। वह बिना मुझे मारे वापस लौट गया और एक ट्रक में बैठकर चला गया। मैं पहली बार जंगल गई थी। फिर उसी रास्ते से घर पहुंची और परिजनों को घटना के बारे में बताया।

ढाई महीने पहले की लव मैरिज

रणधीर और आरती ने करीब ढाई महीने पहले ही 8 जनवरी को लव मैरिज की थी। आरती ने बताया कि उसकी मुलाकात पांच साल पहले रायसेन के फुल्वारा में एक पारिवारिक शादी समारोह में हुई थी। शादी करने के 15 दिन पहले तक अच्छी बात करता था, लेकिन अचानक से मुझ पर शक करने लगा। आरती ने बताया कि वह कहता था कि किसी से बात करती हैं। मैं क्यों किसी से बात करुंगी। मैंने तो लव मैरिज की।

पिता ने कहा मेरी लड़की मर गई

आरती ने बताया कि उसका घर सीहोर जिले के सातयोग गांव में है। घर में माता-पिता, दो छोटे भाई-बहन है। आरती ने बताया कि उसने शादी के बाद घर पर बात करने के लिए संपर्क किया, लेकिन पिता ने कहा कि मेरी लड़की मेरे लिए मर गई। इसके बाद से उनसे कोई बात नहीं हुई। आरती के ससुर नारायण सिंह ही आरती की अस्पताल में देखरेख कर रहे है। वह कहते है कि मेरे तीन लड़के थे। अब तीसरा मर गया। मेरा उससे कोई लेना देना नहीं।

डॉक्टरों ने 9 घंटे ऑपरेशन कर जोड़े हाथ

हमीदिया अस्पताल के बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्राध्यापक डॉक्टर आनंद गौतम ने बताया कि पीड़िता को लेकर उसके परिजन मंगलवार को 1 बजे आए थे। उसका दाया हाथ 90 से 95 प्रतिशत और बाया हाथ 95 प्रतिशत कट चुका था। इसलिए हमने पहले दाया हाथ को जोड़ना उचित समझा। आज सुबह उसके हाथ में मूवमेंट दिखा है। मरीज अपना हाथ हिला पा रहा है। फिर भी हाथ काम करने के बारे में तीन से चार दिन बाद पता चल पाएगा।

इन डॉक्टरों की टीम ने किया ऑपरेशन

बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी विभाग से प्राध्यापक डॉक्टर आनंद गौतम, डॉक्टर अंबर, डॉक्टर सौम्य, ऑर्थोपेडिक्स विभाग से डॉ. मनीष राजपूत, एनेस्थीसिया विभाग से डॉ. दीपेश, डॉक्टर वंदना और उनकी टीम ऑपरेशन में शामिल हुए।

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