Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
उज्जैन3 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
- आरटीओ ने कार्रवाई कर बस मालिक को फटकार लगाई तब चालक यात्रा के लिए लेकर रवाना, एफआईआर नहीं
ग्वालियर-भिंड के तीर्थ यात्रियों को ट्रेवल एजेंट उन्हें यात्रा पूरी करवाए बगैर बस सहित उज्जैन में छोड़कर भाग गया। चालक भी आगे ले जाने को तैयार नहीं था। बाद में विधायक पारस जैन व अजा मोर्चा के पदाधिकारियों के हस्तक्षेप से मामला सुलझा। आरटीओ संतोष मालवीय ने बस मालिक को फटकार लगाई तब चालक यात्रियों को बची तीर्थ यात्रा पर ले जाने को तैयार हुआ। भूखे-प्यासे यात्री पांच घंटे से बस संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के लिए महाकाल थाने के चक्कर काटते रहे लेकिन उन्हें हर बार टाला गया।
ये यात्री सोनू ट्रेवल्स की मातृछाया की बस से उज्जैन पहुंचे थे। बस चारधाम मंदिर क्षेत्र में पार्क थी। यात्री मोहन पांडे और सोगरन सिंह बघेल ने बताया कि बस 40 सीटर होने के बावजूद एजेंट ने 62 यात्री बैठाए। तीन धाम की विशाल तीर्थ यात्रा का पंपलेट दिखाकर सभी को झांसे में लिया। प्रत्येक से 20-20 हजार लिए और भोजन के 15 हजार अलग से। हमें भरोसा दिलाया था कि 13 राज्यों के तीर्थ स्थलों की यात्रा करवाएंगे। यात्री मुंशीलाल राठौर और इंदर सिंह पटेल ने बताया यात्रा ग्वालियर से शुरू हुई थी। झारखंड, बंगाल, आंधप्रदेश, तमिलनाडू, महाराष्ट्र व गुजरात होते हुए वे मप्र पहुंचे।
ओंकारेश्वर के बाद उज्जैन आए। यहां के बाद उन्हें नाथद्धारा, पुष्कर, ब्रम्हाजी, जयपुर, वृंदावन, सहित अन्य तीर्थ स्थलों से होते हुए ग्वालियर पहुंचना था लेकिन एजेंट उन्हें उज्जैन में ही छोड़कर भाग गया। बस चालक सतीश यादव कहता है कि मेरे पास भी पैसे नहीं है आप लोगों को ग्वालियर चलना है तो ले चलता हूं। यात्रियों ने बताया कि तीर्थ यात्रा का मुख्य संयोजक बहादुर सिंह रावत व आशीष शर्मा है। इनके फोन नहीं लग रहे हैं।
मोबाइल पर आर्य को बताया- उनके साथ धोखा हुआ है
सभी यात्री भिंड-ग्वालियर के थे। लिहाजा इन्होंने अपने साथ हुई घटना अपने क्षेत्र के भाजपा अजा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य को बताई। आर्य ने मोर्चा के प्रदेश मीडिया प्रभारी सत्यनारायण खोईवाल व विक्रम सिंह गोंदिया को मदद करने व प्रकरण दर्ज के लिए कहा। खोईवाल के जरिए ये मामला विधायक पारस जैन के संज्ञान में आया तो उन्होंने एएसपी अमरेंद्र सिंह को एफआईआर करने के लिए कहा। ऐसे में अजा मोर्चा का नगर मंत्री मनीष चंदेल व पवन दायमा साथी कार्यकर्ताओं के साथ थाने पर एफआईआर करवाने के लिए रात तक डटे रहे।
टूव्हीलर से पहुंचे आरटीओ, 10 हजार का जुर्माना किया
सूचना मिलने पर आरटीओ संतोष मालवीय टू व्हीलर से ही मौके पर पहुंचे। उन्होंने टीम को बुलाकर पार्किंग पर खड़ी बस को जब्त करवाने की कार्रवाई शुरू करने के साथ ही बस मालिक से संपर्क करने के भी प्रयास किए। उन्हें फटकार लगाई। तब बस मालिक ने चालक से बात की। इसके बाद चालक यात्रियों को बची हुई तीर्थ यात्रा को राजी हुआ। ऐसे में यात्रियों द्वारा एफआईआर नहीं करवाई गई। चूंकि बस संचालक की गलती थी ताे आरटीओ ने 10 हजार रुपए का जुर्माना किया। बाद मे आरटीओ मालवीय, खोईवाल व गोंदिया ने सभी यात्रियों बस में बैठाकर रवाना करवाया।
मदद के लिए कहा… – अजा मार्चा के आर्य बताया मैं असम चुनाव में हूं। मैने उज्जैन के कार्यकर्ताओं से मोबाइल पर चर्चा कर यात्रियों की मदद करने और बस वाले के खिलाफ एफआईआर के लिए कहा है। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिए।