बेटे की हत्या का बदला पिता ने रची थी साजिश: सिहोरा कोर्ट के सामने अधिवक्ता को गोली मारने वाला एक्सिस सवार गिरफ्तार, एक आरोपी को निवाड़ी से दबोचा

बेटे की हत्या का बदला पिता ने रची थी साजिश: सिहोरा कोर्ट के सामने अधिवक्ता को गोली मारने वाला एक्सिस सवार गिरफ्तार, एक आरोपी को निवाड़ी से दबोचा


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जबलपुरएक घंटा पहले

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अधिवकता सूर्यभान को गोली मारने वाले मामले का खुलासा करते हुए एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा।

  • हत्या के प्रयास मामले में कुछ और लोगों के नाम भी आए सामने, पुलिस तलाश में जुटी
  • पुलिस ने आरोपियों से वारदात में प्रयुक्त कट्‌टा, दो कारतूस, एक खोखा, बाइक व तीन मोबाइल जब्त किए

सिहोरा कोर्ट के सामने अधिवक्ता गनियारी निवासी सूर्यभान सिंह (31) को गोली मारने के मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को दबोचा। हत्या की साजिश रचने वाला मदना निवासी राहुल सिंह को पुलिस ने निवाड़ी से दबोचा। वह बाइक से वारदात के बाद फरार हो गया था। वहीं गोली चलाने वाले एक आरोपी को पुलिस ने शहर के बेलबाग क्षेत्र से दबोचा। हत्या के इस प्रयास वाले मामले में जेल में बंद विकास के पिता राजेश सिंह की भी भूमिका सामने आई है। पुलिस राजेश को रिमांड पर लेने की तैयारी में है।

जानकारी के अनुसार एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने गुरुवार रात सात बजे इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया। पुलिस पर आरोपियों की गिरफ्तारी का चौतरफा दबाव था। एसपी बहुगुणा ने बताया कि इस गोलीकांड में सिहोरा पुलिस ने 22 मार्च की रात वारदात के बाद ही मदना निवासी सुशील ठाकुर को उनके माढ़ोताल स्थित शिवधाम कॉलोनी वाले घर से गिरफ्तार कर चुकी थी।

वहीं मामले में नामजद सुशील के बेटे राहुल सिंह को निवाड़ी जिले के कुलुआ गांव से गिरफ्तार किया गया। राहुल की जानकारी पर सरकारी कुआं गौतम नगर बेलबाग निवासी अंकित उर्फ आदित्य पाली को गिरफ्तार किया गया। अंकित ने ही सिहोरा कोर्ट के सामने अधिवक्ता सूर्यभान सिंह पर गोली चलाई थी। उसके साथ एक्सिस से साथी बेलबाग निवासी अनिल के साथ फरार हो गया था।
आठ हजार रुपए में अनिल ने एक्सिस की व्यवस्था की थी
एसपी बहुगुणा के मुताबिक राहुल सिंह ने अंकित को आठ हजार रुपए दिए थे कि कोई वाहन की व्यवस्था कर लेना। उक्त गाड़ी अंकित के दोस्त अनिल ने शहर में कहीं से चुराई थी। वहीं पांच हजार रुपए राहुल ने अंकित व अनिल को सिहोरा में किराए का घर लेकर रहने के लिए दिया था। इसकी पूरी साजिश 30 सितंबर 2020 को मारे गए मदना निवासी विकास सिंह के पिता राजेश सिंह ने रची थी।

राजेश वर्तमान में सेंट्रल जेल में गांजा तस्करी के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। जब उसके इकलाैते बेटे विकास की हत्या हुई थी, तब वह कोविड के चलते पैरोल पर था। उसी ने राहुल को कट्‌टा भी उपलब्ध कराया था। इसी कट्‌टे का प्रयोग अंकित ने सूर्यभान सिंह पर किया था। पुलिस ने अंकित की निशानदेही पर उक्त कट्‌टा, दो जिंदा कारतूस और एक वारदात में प्रयुक्त कारतूस का खोखा जब्त किया। वहीं राहुल से उसकी बाइक जब्त की, जिससे वह वारदात के बाद निवाड़ी भाग गया था।
19 मार्च से ही आरोपी सिहोरा में सूर्यभान के आने की राह देख रहे थे
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में अंकित ने बताया है कि विकास से उसकी दोस्ती थी। विकास उसका पूरा खर्चा उठाता था। उसकी हत्या के बाद वह भी बदला लेना चाहता था। जब राहुल ने सूर्यभान की हत्या का प्रस्ताव रखा तो वह तैयार हो गया। अनिल की मदद से एक्सिस वाहन की व्यवस्था हुई। दोनों 19 मार्च को ही सिहोरा पहुंचे। वहां अंकित ने दोस्त खिताैला निवासी रोहित उर्फ संजय पटेल की मदद से किराए का मकान लिया।

19 से वारदात को अंजाम देने से पहले तक राहुल लगातार मोबाइल पर अंकित के संपर्क में था। सूर्यभान के सिहोरा कोर्ट पहुंचने की जानकारी भी राहुल ने अंकित को दी थी। वारदात के समय सूर्यभान जैसे ही अकेले निकल कर अपनी कार तक पहुंचा। अंकित ने फायर कर दिया था। अंकित एक्सिस से साथी अनिल के साथ जबलपुर भाग आया था। पुलिस ने अंकित का एक और राहुल के दो मोबाइल भी जब्त किए हैं।
आगे अभी इन सवालों के जवाब तलाशने में जुटी पुलिस
पुलिस को इस मामले में विकास के पिता राजेश सिंह को रिमांड पर लेकर पूछताछ करनी है। इससे पता चलेगा कि उसकी इस वारदात में कितनी भूमिका है। इसके अलावा उसने कट्‌टा व कारतूस कहां से प्राप्त किया था। वहीं अनिल की गिरफ्तारी से पता चलेगा कि उसने वारदात में प्रयुक्त एक्सिस खुद चुराई थी या किसी और से चोरी कराई थी।

वहीं किराए पर कमरा उपलब्ध कराने वाले अंकित के दोस्त खितौला निवासी रोहित से भी पुलिस पूछताछ करेगी कि उसे इस वारदात की जानकारी थी या नहीं। अंकित ने क्या बोलकर उससे किराए पर कमरा लिया था। मकान मालिक से भी मामले में पूछताछ हो सकती है। एक अन्य आरोपी राजकिशोर की भूमिका की जांच भी पुलिस कर रही है।

अधिवक्ता सूर्यभान सिंह घायल हालत में निजी अस्पताल में इलाजरत है।

अधिवक्ता सूर्यभान सिंह घायल हालत में निजी अस्पताल में इलाजरत है।

ये थी घटना
सूर्यभान सिंह को सिहोरा कोर्ट के सामने 22 मार्च की शाम 6.13 बजे के लगभग एक्सिस सवार दो बदमाशों ने गोली मारी थी। सूर्यभान के पेट में लगी गोली डॉक्टरों ने उसी रात ऑपरेशन कर निकाल दिया था। सूर्यभान की ओर से मामले में मदना निवासी सुशील ठाकुर (72), उनके दो बेटों राहुल सिंह और राजकिशोर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
पिता उजियार सिंह की जमानत मामले की पैरवी करने सूर्यभान गया था सिहोरा कोर्ट
दरअसल अधिवक्ता सूर्यभान सिंह और आरोपियों के बीच रेत खनन के वर्चस्व को लेकर पुरानी रंजिश चली आ रही है। 30 सितंबर 2020 को इसी रंजिश में उजियार सिंह ने सुशील सिंह ठाकुर के पोते विकास सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी।

इस मामले में उजियार सिंह, बेटा छुट्‌टन सिंह, ड्राइवर जोगिंदर सिंह जेल में बंद हैं। सूर्यभान भी आरोपी था, लेकिन पुलिस ने बाद में नाम निकाल दिया था। 22 मार्च को उजियार की जमानत की सुनवाई थी। विकास के बाबा सुशील सिंह अपने अधिवक्ता के माध्यम से विरोध करने कोर्ट गए थे।
अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से विरत रहकर किया था विरोध
जिला अधिवक्ता संघ और सिहोरा कोर्ट के अधिवक्ताओं ने 23 मार्च को एक दिन के न्यायिक कार्य से विरत रहकर घटना का विरोध किया था। पुलिस को गिरफ्तारी करने का तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था। गुरुवार को भी हाईकोर्ट बार एसोसिएशन प्रदेश में एडवोकेट प्रोटक्शन लॉ कानून लागू करने की मांग करते हुए आधे दिन न्यायिक कार्य से विरत रहा। इसी चौतरफा दबाव के चलते एसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।

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