mp के जूनियर डॉक्टर्स ने 5 अप्रैल से हड़ताल का ऐलान किया है.
हमीदिया, गांधी मेडिकल कॉलेज के तहत आने वाला राजधानी भोपाल का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है. यहां सामान्य मरीजों के साथ साथ कोविड मरीजों का भी इलाज किया जा रहा है.
पहले सामान्य हड़ताल होगी और फिर भीअगर सरकार ने मांगों को नहीं माना तो फिर हड़ताल में इमरजेंसी सेवाओं को भी शामिल कर लिया जाएगा.अगर ऐसा होता है तो फिर भोपाल में कोरोना मरीजों के इलाज का संकट खड़ा हो सकता है.
क्या हैं जूडा की मांगें ?
जूनियर डॉक्टर्स ने सरकार के सामने पांच सूत्रीय मांगें रखी हैं. यह आरोप लगाया है कि इनमें से कुछ मांग तो ऐसी हैं जिनका वायदा खुद मुख्यमंत्री की ओर से किया गया था. लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी पूरा नहींं किया गया है. वो 5 प्रमुख मांगें ये हैं
हमीदिया में केवल गंभीर कोविड पेशेंट ही भर्ती किये जाएं
सरकार की ओर से 6% सालाना मानदेय बढ़ाने का वायदा पूरा किया जाए
कोरोना के दौरान प्रति महीने 10 हज़ार रुपये मानदेय देने का वायदा पूरा किया जाए
जूनियर डॉक्टर्स को ग्रामीण सेवा के बंधन से मुक्त किया जाए
कोरोना काल में सेवा के लिए प्रशस्ति पत्र दिया जाए जिसका फायदा सरकारी भर्ती में मिले
हमीदिया है सबसे बड़ा अस्पताल
हमीदिया, गांधी मेडिकल कॉलेज के तहत आने वाला राजधानी भोपाल का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है. यहां सामान्य मरीजों के साथ साथ कोविड मरीजों का भी इलाज किया जा रहा है. जूनियर डॉक्टर्स यहां पढ़ाई के साथ साथ इलाज की व्यवस्था भी देखते हैं । उनका आरोप है कि बीते एक साल में उन्होंने लगातार कोविड मरीजों का इलाज किया है जिससे उनकी पढ़ाई भी बाधित हुई है । बावजूद इसके उन्हें न तो फीस माफी और न ही सरकार के किसी वायदे का फायदा मिला है ।