त्योहार पर असर: संक्रमण बढ़ने से समाजजन ने धुलेंडी की बैठकें निरस्त कीं

त्योहार पर असर: संक्रमण बढ़ने से समाजजन ने धुलेंडी की बैठकें निरस्त कीं


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रतलाम2 घंटे पहले

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  • गमी वाले घरों में अब रस्म निभाने के लिए समाज से गिनती के सदस्य रंग डालने जाएंगे

कोरोना का बढ़ता संक्रमण देख धुलेंडी पर समाजजन की होने वाली साधारण सभा निरस्त कर दी है। समाजजन ने निर्णय लिया कि ढूंढ की राशि एकत्रित नहीं करते हुए केवल उन्हीं के घरों पर जाएंगे जहां गमी हुई है। शोक संतप्त परिवार के यहां जाकर रंग डालकर रस्म निभाएंगे। होली के अगले दिन धुलेंडी पर अधिकांश समाज के वरिष्ठ लोग समाज के उन घरों पर जाते हैं जहां गमी हो गई है। वहां जाकर रंग डालते हैं। जिनके यहां शादी व बच्चे हुए हैं वहां जाकर ढूंढ के रुपए में राशि एकत्रित करते हैं। दिनभर यह रस्म चलती है। शाम को समाज के मंदिर या धर्मशाला में समाजजन की बैठक होती है। इसमें साल भर का लेखा-जोखा, आगामी सालों में किए जाने वाले कार्य की रूपरेखा, निर्णय के अलावा गुडी पड़वा पर होने वाले कार्यक्रमों को लेकर विचार-विमर्श किया जाता है। बैठक का समापन सेंव वितरण से होता है। इस मर्तबा कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अधिकांश समाजजन ने बैठक निरस्त करने के साथ ढूंढ की राशि नहीं लेने का निर्णय लिया। सीमित संख्या में शोक संतप्त परिवार के घर जाकर रंग डालने की रस्म निभाई जाएगी।

त्योहार पर असर : इस साल जन्मे बच्चों के ढूंढ का कार्यक्रम भी नहीं हो सकेगा

^हमारे समाज में ढूंढ की रस्म होती है। परिस्थितियों को देखते हुए कम से कम लोग जाएंगे और रस्म निभाएंगे। विदेश में रहने वाले परिवार से ऑनलाइन बात कर रस्म निभाई जाएगी। जिनके घर जाएंगे उन्हें मास्क, सैनिटाइजर देने के साथ ही कोरोना महामारी संबंधित जानकारी देंगे। प्रकाश व्यास, श्री श्रीमाली ब्राह्मण समाज अध्यक्ष

^परमिशन मांगी थी, नहीं मिलने पर समाज की बैठक निरस्त कर दी गई है। गाइडलाइन का पालन करते हुए शोक संतप्त परिवार के यहां जाकर रंग डालने की रस्म निभाई जाएगी। ढूंढ की प्रथा इस साल के लिए स्थगित की है। स्वेच्छा से राशि देने वाले समिति पदाधिकारियों को दे सकते हैं। डोर टू डोर सेंव का वितरण किया जाएगा। राजेश तिवारी, श्री गुर्जर गौड़ ब्राह्मण समाज अध्यक्ष

^कोरोना महामारी को देखते हुए समाज की बैठक निरस्त कर दी गई है। सीमित लोग शोक संतप्त परिवार के यहां रंग डालने की रस्म निभाने जाएंगे। शेष सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए हैं। राधेश्याम परिहार, गुजराती सेन समाज अध्यक्ष

^शासन के नियमों का पालन करते हुए समाज अध्यक्ष के नेतृत्व में धुलेंडी पर्व पर समाज के मंदिर पर होने वाली बैठक तथा सेंव वितरण कार्यक्रम निरस्त कर दिया है। पंचायती तौर पर चार-पांच लोग शोक संतप्त परिवार के घर जाकर रंग डालकर रस्म निभाएंगे। सुरेश राठौड़, श्री पद्मवंशी मेवाड़ा तेली राठौड़ समाज समिति सचिव

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