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- For The First Time, Devotees Will Not Attend, Ban On Playing Colors, Entry Of Devotees Stopped Due To Lockdown Today, Permission Revoked
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उज्जैन8 मिनट पहले
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महाकाल परिसर में सज रही होली।
सबसे पहले महाकाल के आंगन में होलिका दहन हाेगा लेकिन श्रद्धालु शामिल नहीं होंगे। शहर में होलिका पूजन रविवार शाम को होगा और दहन सोमवार तड़के। इसके पहले मंदिर प्रांगण में सबसे पहले रविवार सांध्य आरती के बाद होलिका का दहन कर दिया जाएगा। हालांकि कोरोना संक्रमण की गाइड लाइन जारी होने से होली की परंपराएं प्रतीकात्मक रूप से ही होगी। लॉकडाउन होने से इस दौरान श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। सबसे पहले महाकालेश्वर के साथ होली मनाई जाती है। भगवान को रविवार की सांध्य आरती व शयन आरती में गुलाल लगाया जाएगा।
सोमवार तड़के होने वाली भस्मआरती में भी गुलाल रंग-गुलाल चढ़ेगा। प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी के अनुसार कोरोना संक्रमण की गाइड लाइन के कारण मंदिर समिति पुजारियों को सीमित मात्रा में हर्बल गुलाल उपलब्ध कराएगी। इसके अलावा कोई भी पुजारी-पुरोहित व उनके सहायक बाहर से रंग-गुलाल लेकर गर्भगृह में प्रवेश नहीं करेंगे। मंदिर समिति ने मंदिर परिसर में एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाने पर भी रोक लगाई है। केवल गर्भगृह में परंपरा अनुसार भगवान को ही रंग-गुलाल लगाया जा सकेगा।
सोमवार से शुरू होंगे दर्शन, प्री-परमिशन संख्या घटाई
मंदिर में अब सोमवार सुबह 6 बजे से दर्शन शुरू होंगे। रविवार को कोरोना लॉकडाउन होने से सभी अनुमतियां निरस्त कर दी हैं। मंदिर में केवल पूजन करने वाले पुजारी-पुरोहित व ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी ही प्रवेश करेंगे। दर्शनार्थियों के लिए मंदिर अब सोमवार सुबह 6 बजे से खुलेगा। सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल के अनुसार कोरोना के चलते दर्शनार्थियों की अनुमति की संख्या कम की जा रही है। दो घंटे में 1200 अनुमति दी जा रही थी, इसे कम कर 1000 कर दिया है। सोमवार से इसे घटा कर 800 कर दिया जाएगा।
पहली बार बिना श्रद्धालु के होली
मंदिर समिति के सदस्य पं. आशीष पुजारी के अनुसार महाकाल में पहली बार बिना श्रद्धालुओं के होली होगी। रविवार को लॉकडाउन होने से मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। इसलिए सांध्य आरती, होलिका दहन, शयन आरती में श्रद्धालु नहीं रहेंगे। इसलिए भगवान के साथ होली नहीं खेल सकेंगे। सोमवार को भस्मआरती के दौरान भी श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद रहेगा। यानी दोनों दिन बिना श्रद्धालुओं के होली होगी।
शिप्रा तट पर आज होली उत्सव
मां शिप्रा के पुरोहित और परिवार रविवार शाम 5 बजे शिप्रा तट पर होली उत्सव मनाएगा। अध्यक्ष अजय जोशी ने बताया कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए मां शिप्रा का दुग्धाभिषेक और सौभाग्य की 16 वस्तुएं अर्पित की जाएंगी।