Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
ग्वालियर16 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
जीवाजी यूनिवर्सिटी से संबद्ध कॉलेजों में यूजी अंतिम वर्ष की परीक्षा 8 अप्रैल से शुरू करने की तैयारी कर ली थी। कॉलेजों में बैठक व्यवस्था को लेकर होम वर्क चल रहा था। कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार दो गुना परीक्षा केंद्र बनाए जाने की तैयारी थी, लेकिन शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने यूजी प्रथम और द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं ओपन बुक पद्धति से तथा अंतिम वर्ष की परीक्षा पेपर-पेन मोड पर ऑफलाइन लेने की घोषणा की है।
यूजी अंतिम वर्ष की परीक्षा मई में करवाई जाएंगी। इसको लेकर उच्च शिक्षा विभाग की विस्तृत गाइनलाइन का इंतजार किया जा रहा है। कॉलेजों में परीक्षा तैयारी करवाने के लिए जेयू प्रबंधन ने पत्र जारी किया था कि कॉलेज यूजी प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों के आंतरिक मूल्यांकन और प्रायोगिक परीक्षाएं 5 अप्रैल तक करवाकर छात्रों के अंक ऑनलाइन अपडेट करें।
इस आदेश का कॉलेज विरोध कर रहे थे। प्राइवेट कॉलेज के संचालक और सरकारी कॉलेजों के प्रबंधन ने उच्च शिक्षा विभाग तक यह बात पहुंचाई गई। संचालकों का कहना था कि होली की छुट्टी के बाद उन्हें प्रैक्टिकल करवाने के लिए मात्र 5 दिन मिलेंगे। ऐसे में वह छात्रों की परीक्षाएं सोशल डिस्टेंसिंग के साथ नहीं करवा पाएंगे।
इसके अलावा बाह्य परीक्षक भी कोरोना संक्रमण की वजह से आने में परेशानी महसूस कर रहे थे। शाम को मुख्यमंत्री द्वारा यूजी तृतीय वर्ष की परीक्षा मई में कराने और प्रथम तथा द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं ओपन बुक पद्धति से कराने की घोषणा करने के बाद कॉलेजों के प्रबंधन ने राहत की सांस ली है।
उधर, जेयू प्रबंधन ने नई व्यवस्था के तहत परीक्षा कराने की तैयारी शुरू की है। कोरोना संक्रमण की वजह से प्रायोगिक परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाई जाएगी। साथ ही पिछले साल ओपन बुक पद्धति से परीक्षा कराए जाने की प्रक्रिया को रिवाइज किया जाएगा। यानि लीड कॉलेज कॉपी जमा कराने के लिए निर्धारित केंद्रों पर व्यवस्था करेंगे, इसके बाद कॉपियों के मूल्यांकन की व्यवस्था की जाएगी।