पथरिया विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह गिरफ्तार, स्पेशल कोर्ट में सुनवाई के बाद दो दिन की पुलिस रिमांड पर

पथरिया विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह गिरफ्तार, स्पेशल कोर्ट में सुनवाई के बाद दो दिन की पुलिस रिमांड पर


मध्य प्रदेश की पथरिया सीट से विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

दमोह जिले की पथरिया सीट से बसपा की विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. सुप्रीम कोर्ट की तल्खी के बाद हुई गिरफ्तारी के बाद 50 हजार के ईनामी गोविंद सिंह को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.


  • Last Updated:
    March 29, 2021, 12:31 AM IST

दमोह. मध्य प्रदेश के हटा में कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड मामले में फरार चल रहे 50 हजार रुपए के इनामी आरोपी गोविंद सिंह को सुप्रीम कोर्ट की तल्खी के बाद पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया. मेडिकल परीक्षण के बाद हटा द्वितीय सत्र न्यायालय में पेश किया गया, जहां पर करीब 4 घंटे चली सुनवाई के बाद देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड के आरोपी गोविंद सिंह को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया. इससे पहले पथरिया से BSP विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह का दोबारा मेडिकल परीक्षण कराया गया.

बता दें कि हटा में कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया 15 मार्च 2019 को जब वह अपने घर से क्रेशर प्लांट जा रहे थे, उसी दौरान करीब दो दर्जन लोगों द्वारा लाठी-डंडों से देवेंद्र चौरसिया एवं बेटे सोमेश चौरसिया पर प्राणघातक हमला किया था, जिसमें दोनों को ही गंभीर हालत में हटा सिविल अस्पताल हटा में इलाज हेतु भर्ती कराया गया था, नाजुक हालत में देवेंद्र चौरसिया को हटा से जबलपुर रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही कांग्रेस नेता ने दम तोड़ दिया, देवेंद्र चौरसिया की हत्या के आरोप में भाजपा जिला अध्यक्ष शिवचरण पटेल के बेटे इंद्रपाल पटेल पथरिया बीएसपी विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह देवर चंदू उर्फ कौशलेंद्र सिंह भतीजे गोलू सहित करीब 28 लोगों को पुलिस ने आरोपी बनाया गया था.

गोविंद सिंह की गिरफ्ऐसे पहुंचा मामला सुप्रीम कोर्ट

2019 में तत्कालीन कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में गोविंद सिंह के नाम से मामले में पुनः विवेचना करते हुए 173/8 की कारवाही के अंतर्गत गोविंद सिंह का नाम मामले से अलग कर दिया गया, लेकिन 8 जनवरी 2021 को हटा द्वितीय अपर सत्र न्यायालय द्वारा देवेंद्र चौरसिया हत्या कांड मामले में गोविंद सिंह को फिर से आरोपी बनाते हुए पुलिस को आरोपी के गिरफ्तार कर पेश करने के निर्देश दिए थे, लेकिन राजनैतिक रसूख के चलते गोविंद सिंह की गिरफ्तारी नहीं की गई, मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने हटा न्यायालय को संबंधित मामले की सुनवाई करने के आदेश देकर रिपोर्ट मांगी थी.सुप्रीम कोर्ट ने एमपी पुलिस और सरकार को लगाई फटकार 

गोविंद सिंह की गिरफ्तारी को लेकर सवाल-जवाब तलब के दौरान हटा द्वितीय सत्र न्यायालय के जज द्वारा एक आर्डर शीट में पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए गए. उन्होंने दमोह पुलिस अधीक्षक से खुद की जान को खतरा बताया. साथ ही कहा कि  दमोह पुलिस अधीक्षक अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मिलकर षड्यंत्र रचकर भविष्य में फंसाने की बात कह रहे हैं. ऑर्डर शीट दमोह सीजेएम कोर्ट में पेश कर दी गई. मामला की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए प्रदेश में जंगलराज की बात कह दी थी.

सुप्रीम कोर्ट ने दिया था 5 अप्रैल तक का वक्त 

इसके बाद डीजीपी पुलिस की 5 टीमों एवं एसटीएफ की टीम को गोविंद सिंह की गिरफ्तार करने के लिए अभियान चलाया. लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. 26 मार्च को फिर से सुप्रीम कोर्ट ने सख्त लहजे में डीजीपी से कहा कि अगर गोविंद सिंह की गिरफ्तारी 5 अप्रैल तक नहीं हुई तो कोर्ट आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अन्य विकल्प चुन सकता है.

एमएलए पत्नी रामबाई ने कहा था सरेंडर कर दें 

वहीं पुलिस की पथरिया बीएसपी विधायक के ठिकानों पर गोविंद सिंह की गिरफ्तारी को लेकर लगातार बढ़ते दबाव को देख पथरिया बीएसपी विधायक ने मीडिया के माध्यम से गोविंद सिंह से अपील की कि आप जहां कहीं भी हो आप अपने आप को कोर्ट या पुलिस के माध्यम से सरेंडर कर दें. दमोह पहुंचे आईजी अनिल कुमार शर्मा गोविंद सिंह की गिरफ्तारी के बारे बताया कि गोविंद सिंह की गिरफ्तारी की जा चुकी है लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी पुलिस या एसटीएफ किसके द्वारा की गई इसके बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि सागर संभाग आई द्वारा नहीं की.









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